22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप : भारत ने चार स्वर्ण पदक पर जमाया कब्जा

भुवनेश्वर : निर्मला शेरोन की अगुवाई में भारतीय धावकों ने 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के बारिश से प्रभावित दूसरे दिन शुक्रवार को यहां स्वर्ण बटोरो अभियान में चार सोने के तमगे अपने नाम किये. हरियाणा की निर्मला ने महिलाओं की 400 मीटर की दौड़ जीत कर भारत के लिए दूसरे दिन स्वर्ण पदक जीतने की शुरुआत की. इसके कुछ देर बाद मोहम्मद अनस ने पुरुषों की 400 मीटर में सोने का तमगा हासिल किया. राजीव अरोकिया पुरुषों के वर्ग में दूसरे स्थान पर रहे और उन्हें रजत पदक मिला, जबकि महिला 400 मीटर में जिस्ना मैथ्यू ने कांस्य पदक हासिल किया.

भारत का दबदबा यहीं पर नहीं थमा. पी यू चित्रा और अजय कुमार सरोज ने क्रमश: महिलाओं और पुरुषों की 1500 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीते. महिला फर्राटा धाविका दुती चंद ने 100 मीटर में कांस्य पदक हासिल किया. इक्कीस वर्षीय निर्मला शेरोन ने 52.01 सेकेंड का समय निकालकर महिलाओं की 400 मीटर दौड़ जीती. जिस्ना मैथ्यूज 53.32 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रही. वियतनाम की क्वाच थी ने 52.78 सेकेंड के साथ दूसरा स्थान हासिल किया. अनुभवी भारतीय एमआर पूवम्मा ने 53.36 सेकेंड का समय निकाला और उन्हें चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा.

निर्मला ने कहा, ‘मैं जानती थी कि आज मैं जीत सकती हूं, लेकिन बारिश के कारण देरी से टाइमिंग कुछ कम हो गयी. हमें वार्म अप के बाद लंबा इंतजार करना पड़ा जिसका टाइमिंग पर असर पड़ा. अब मेरा लक्ष्य विश्व चैंपियनशिप है.’ इसके पांच मिनट बाद मोहम्मद अनस और राजीव अरोकिया पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में क्रमश: 45.77 और 46.14 सेकेंड का समय निकाल कर पहले और दूसरे स्थान पर रहे.

अनस ने कहा, ‘यह सपना सच होने जैसा है. मैं आज जीत दर्ज करने के बाद काफी भावुक हो गया था क्योंकि मैं दो दिन में चार रेस दौड़ा.’ इसके बाद चित्रा और अजय कुमार ने भारत को दो ऐसे स्वर्ण पदक दिलाये जिनकी उम्मीद नहीं की जा रही थी. इन दोनों ने 1500 मीटर में पहला स्थान हासिल करके दर्शकों को भी हतप्रभ कर दिया. केरल की 22 वर्षीय चित्रा ने चार मिनट 17.92 सेकेंड का समय लेकर पहला स्थान हासिल किया. चीन की चेंज मिन (4:19.15) दूसरे और जापान की अयाको जिनोची (4:19.90) तीसरे स्थान पर रही.

चित्रा ने कहा, ‘मैंने स्वर्ण पदक जीता और यह मेरे लिए भी आश्चर्यजनक है. मैंने इसकी उम्मीद नहीं की थी. मैं नहीं जानती कि क्या कहना है. मैं बहुत खुश हूं.’ पुरुष वर्ग में 20 वर्षीय अजय कुमार ने 3 मिनट 45.85 सेकेंड में दौड़ पूरी करके भारत को दिन का चौथा स्वर्ण दिलाया. यह उनका पहला बड़ा खिताब है. उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि मैंने स्वर्ण की उम्मीद की थी, लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए तैयार था, क्योंकि दौड़ में कुछ भी हो सकता है.’ दुती चंद महिलाओं की 100 मीटर दौड़ के सेमीफाइनल में दूसरे स्थान पर रह कर फाइनल में पहुंची, लेकिन फाइनल में वह तीसरे स्थान पर रही और उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.