22 लाख तलाक़शुदा महिलाओं में सिर्फ़ 2 लाख मुस्लिम औरतें

राहत सेवा समिति की ओर से नगर के शाही कटरा मैदान में रविवार की रात दीनी जलसे का आयोजन किया गया। इसमें आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना अबू तालिब रहमानी ने कहा कि तलाक के मामले में मुसलमान सबसे पीछे हैं।

उन्होंने निकाह और तलाक पर कहा कि पश्चिमी देशों में पारिवारिक रीति रिवाज बर्बाद हो चुके हैं। जिन कौमों में तलाक का रिवाज नहीं है, वहां मर्द और औरत में विरोध के चलते एक दूसरे को जहर देकर मारने जैसी घटनाएं सामने आ रही हैं।

कहा, इस्लाम सिर्फ मुसलमानों की नहीं, बल्कि सभी धर्मों के मानने वालों की रक्षा चाहता है। कहा कि पूरे हिंदुस्तान में एक सर्वे के मुताबिक 22 लाख तलाकशुदा औरतें हैं। इनमें 2 लाख मुस्लिम औरतें हैं।

सर्वे के मुताबिक औरतों को तलाक देने के मामले में मुसलमान सबसे पीछे हैं। लेकिन, उसको तीन तलाक के नाम पर गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। जबकि पूरे भारत में तीन तलाक के मात्र 2900 मामले हैं। कहा कि हम तीन तलाक के इस 2900 मामलों को भी सही नहीं मानते हैं।

मौलाना ने कहा कि जो लोग औरतों की आजादी का राग अलाप रहे हैं, दरअसल वे औरतों तक पहुंचने की आजादी चाहते हैं। वह समाज के अंदर गंदगी फैलाने की मंशा रखते हैं। ऐसे लोगों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने लोगों को प्यार मुहब्बत और आपसी भाईचारे के साथ रहने का पैगाम दिया।

कहा कि अगर कोई कुछ टिप्पणी करता है तो आप उसे नजरअंदाज कर दीजिए, क्योंकि मामला बढ़ाने से अपना ही नुकसान है। इस दौरान मौलाना अब्दुर रहमान साजिद, एमएआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली, मौलाना अबुजर, मौलाना इफ्तेखार अहमद मिफ्ताही मौजूद रहे।

साभार- अमर उजाला