मनमोहन सिंह की फ़्रैंकफ़र्ट से और परनब मुकर्जी की न्यूयार्क से वज़ीर-ए-दाख़िला से बातचीत । मुकम्मल ताईद का तीक़न
सी बी आई तहक़ीक़ात और फ़ौरी अस्तीफ़ा का मुतालिबा । कांग्रेस की जानिब से मुस्तर्द । हुकूमत में अंदरूनी इख़तिलाफ़ात की भी तरदीद
नई दिल्ली 22 सितंबर ( पी टी आई ) हुकूमत और कांग्रेस पार्टी के इलावा खुद वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह भी वज़ीर-ए-दाख़िला मिस्टर पी चिदम़्बरम की दिफ़ा पर उतर आए जिन्हें 2G असपीकटरम अस्क़ाम में उन के मुतनाज़ा रोल की वजह से अप्पोज़ीशन की सख़्त तन्क़ीदों का सामना है और ये जमातें मिस्टर चिदम़्बरम से फ़ौरी अस्तीफ़ा का मुतालिबा कर रही हैं। कांग्रेस पार्टी और मर्कज़ी हुकूमत दोनों ने ही वाज़िह किया कि मिस्टर चिदम़्बरम के किरदार पर कोई शक नहीं किया जा सकता और उन के ख़िलाफ़ आइद किए जाने वाले इल्ज़ामात के पेशे नज़र भी उन के रवैय्या पर कोई सवालिया निशान नहीं लगाया जा सकता । कांग्रेस और हुकूमत दोनों ने ही उन के अस्तीफ़ा के मुतालिबा को मुस्तर्द करदिया है । कांग्रेस पार्टी ने इस मसला पर हुकूमत में किसी तरह के इख़तिलाफ़ को भी मुस्तर्द करदिया है। वज़ीर-ए-आज़म डाक्टर मनमोहन सिंह ने भी फ़्रैंकफ़र्ट से बज़रीया फ़ोन मिस्टर चिदम़्बरम से बातचीत की और समझा जाता है कि वज़ीर-ए-आज़म ने उन पर कामिल एतिमाद का इज़हार किया है । वाज़िह रहे कि एक दिन क़बल ही वज़ारत फ़ीनानस की जानिब से दफ़्तर वज़ीर-ए-आज़म को एक नोट रवाना किया गया था जो सुप्रीम कोर्ट में भी पेश किया जा चुका है । ये नोट जनता पार्टी लीडर सुब्रामणियम स्वामी ने मंज़रे आम पर लाया है । डाक्टर मनमोहन सिंह के इलावा वज़ीर फ़ीनानस मिस्टर परनब मुकर्जी ने भी मिस्टर चिदम़्बरम से फ़ोन पर बातचीत की । मिस्टर चिदम़्बरम ने मतला किया कि वो वज़ीर-ए-आज़म को ये तीक़न दे चुके हैं कि इन की वापसी तक वो इस मसला पर कोई ब्यान नहीं देंगे । डाक्टर सिंह 27 जुलाई को वापिस होने वाले हैं। परनब मुकर्जी इन दिनों न्यूयार्क में हैं और उन्हों ने भी इस खु़फ़ीया नोट पर किसी तरह के तबसरा से इनकार करदिया है और उन का कहना था कि ये मुआमला अदालत में ज़ेर दौरान है । उन्हों ने कहा कि वो इस पर कोई तबसरा नहीं करसकते । सारा मुआमला सुप्रीम कोर्ट के ज़ेर निगरान है । चूँकि अभी कोई तसफ़ीया नहीं हुआ है इस लिए वो कोई तबसरा नहीं करसकते । नोट में कहा गया है कि मिस्टर चिदम़्बरम के वज़ीर फ़ीनानस रहते हुए अगर वज़ारत फ़ीनानस की जानिब से असपीकटरम का अलाटमैंट बज़रीया हराज किया जाता तो फिर 2G अस्क़ाम को रोका जा सकता था । इस दौरान कांग्रेस मिस्टर चिदम़्बरम की दिफ़ा पर उतर आई है । उसका कहना है कि पार्टी उन पर कोई शक नहीं करती । पार्टी तर्जुमान अभिषेक सिंघवी ने कहा कि जिस नोट की बात की जा रही है वो सिर्फ एक जोनईर ऑफीसर की रिपोर्ट है । वज़ीर-ए-इत्तलात-ओ-नशरियात अमबीका सोनी और वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने भी कहा कि चिदम़्बरम पर कोई सवालिया निशान नहीं लगाया जा सकता । सलमान ख़ुरशीद का कहना था कि मिस्टर चिदम़्बरम को हुकूमत की ताईद मिलनी चाहीए । दूसरी जानिब पी ए सी के सदर नशीन की हैसियत से 2G अस्क़ाम की तहक़ीक़ात करने वाले बी जे पी के मुरली मनोहर जोशी और चीफ़ मिनिस्टर टामलनाडो जुए ललीता ने चिदम़्बरम के ख़िलाफ़ तन्क़ीदों का सिलसिला शुरू किया है और मुतालिबा किया कि वज़ीर-ए-दाख़िला या तो ख़ुद ओहदा से मुस्ताफ़ी होजाएं या फिर वज़ीर-ए-आज़म उन्हें बरतरफ़ करदें। सी पी ऐम ने उन के ख़िलाफ़ दस्तयाब सबूतों की बुनियाद पर चिदम़्बरम के ख़िलाफ़ सी बी आई तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया है । अभिषेक सिंघवी ने कहा कि हुकूमत के अंदर और दस्तूरी ओहदों पर फ़ाइज़ अफ़राद के माबैन इख़तिलाफ़ात पैदा करने की कोशिशें की जा रही हैं जो काबिल-ए-अफ़सोस हैं। उन्हों ने कहा कि ये एक जोनईर ऑफीसर की नोट है और उसे मुस्तक़िल दस्तावेज़ क़रार नहीं दिया जा सकता। सलमान ख़ुरशीद ने कहा कि उन्हों ने ये नोट देखा है और वो वाज़िह तौर पर कहते हैं कि जहां तक हुकूमत का सवाल है कोई सवालिया निशान नहीं है । पी चिदम़्बरम के रवैय्या के ताल्लुक़ से कोई क़ाबिल सवाल बात नहीं है । मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि चिदम़्बरम को वज़ारत फ़ीनानस के ओहदेदार ये कह रहे थे कि असपीकटरम अलाटमैंट में हराज किया जाएगा । ताहम ऐसा नहीं हुआ । मिस्टर चिदम़्बरम ख़ुद मुस्ताफ़ी होजाएं या फिर उन्हें फ़ौरी बरतरफ़ किया जाय । उन्हों ने मुतालिबा किया कि अस्क़ाम की वजह से हुए हक़ीक़ी नुक़्सान का मौजूदा परनब मुकर्जी को पता चलाते हुए क़ौम को इस से वक़ाफ़ करवाना चाहीए । सी पी ऐम के प्रकाश कर्त ने मुतालिबा किया कि चिदम़्बरम के रोल की सी बी आई तहक़ीक़ात होनी चाहिऐं। जुए ललीता ने कहा कि चिदम़्बरम या तो ख़ुद मुस्ताफ़ी होजाएं या उन्हें काबीना से ख़ारिज करदिया जाय । उन्हों ने कहा कि सी बी आई को चाहीए कि वो चिदम़्बरम के ख़िलाफ़ ए राजा की तरह तहक़ीक़ात करनी चाहिऐं। कांग्रेस की हलीफ़ डी ऐम के ने इस ख़्याल का इज़हार किया कि इस खु़फ़ीया