2G मुकद्दमा दर्खास्तौ के अंबार अदालत बर्हम‌

2G घोटाला के मुक़द्दमा में आला रुतबा के हामिल मुल्ज़िमीन की तरफ़ से 1,000 उबूरी दर्ख़ास्तों के दायर किए जाने पर दिल्ली की एक अदालत ने ब्रहमी का इज़हार करते हुए आज कहा कि क़ीमती वक़्त ज़ाए करने और मुक़द्दमा से मुताल्लिक़ चंद कलीदी मसाइल पर पहले से वक़्त उसको अपने जेहन के उजागर‌ पर मजबूर करने केलिए ऐसा किया गया है।

अदालत ने कहा कि आज की तारीख़ तक 1,029 दर्ख़ास्तें मौसूल हुई हैं और ऐसा महसूस होता है कि ये मुल्ज़िमीन दस्तावेज़ के अंबार तले अदालत को ही डिब्बा देने और दफ़न करदेने के ख़ाहिशमंद हैं। सी बी आई के ख़ुसूसी जज ओ पी सावनी ने कहा कि अब सवाल ये है कि आख़िर किस लिए इन मुल्ज़िमीन की तरफ़ से बार बार ऐसी दर्ख़ास्तें दायर की जा रही है? जवाब ये है कि मुल्ज़िमीन इस अदालत को चंद अहम मसाइल पर वक़्त से पहले अपना जेहन ज़ाहिर करने केलिए मजबूर कररहे हैं।