2G स्पक्टरम केस के बारे में अपने शौहर अनील अंबानी की हाज़िरी के बाद टीना मुनीम आज दिल्ली की एक अदालत में हाज़िर हुईं लेकिन सी बी आई ने दावा किया कि उन्हों (टीना) ने दानिस्ता तौर पर हक़ायक़ को पोशीदा रखने की कोशिश की है।
ताहम जज ने वकील इस्तिग़ासा के इस इस्तिदलाल से इत्तिफ़ाक़ नहीं किया और कहा कि वो सही अंदाज़ में हक़ायक़ बयान करने से छिपा रही थी। सी बी आई के ख़ुसूसी जज ओ पी सावनी ने इस मुक़द्दमा की समाअत की और कहा कि अक्सर कंपनियों की तफ़सीलात बताने में वो नाकाम साबित हुई हैं हालाँकि उन कंपनियों के कई दस्तावेज़ात पर वो ख़ुद दस्तख़त करचुकी हैं।
जज सावनी ने सी बी आई को अपने तौर पर टीना अंबानी पर जरह करने की इजाज़त देते हुए रेमार्क किया कि टीना की ग़लती सिर्फ़ यही होसकती है कि वो अपनी कंपनियों की बाज़ दस्तावेज़ात पर दस्तख़त करने के बावजूद तफ़सीलात याद रखने में नाकाम हुई हैं लेकिन उस गवाह (टीना) की और कोई ग़लती नहीं है और ना ही उन्होंने ऐसी कोई नई हक़ीक़त पेश है जो इस्तिग़ासा के दावा से मुतज़ाद(उलटा) है।
मुम्किन है कि टीना ने ऐसी चंद दस्तावेज़ात दस्तख़त किए होंगे जो उनके पास पेश कई गई थीं। टीना के शौहर अनील पर गुजिश्ता रोज़ सी बी आई वकील ने जरह की थी। टीना मुनीम ने कलमबंद शूदा बयान में कहा कि स्वान टेलीकॉम प्राईवेट लिमेटेड के बारे में उन्हें कोई इल्म नहीं है।