3 साल में बेकार हो जाएंगे आपके ATM

जयपुर। नीति आयोग के एक उच्च अधिकारी का मानना है कि अगले तीन साल में एटीएम अपनी प्रासंगिकता खो देंगे। यानी ये एटीएम किसी भी काम के नहीं रहेंगे। राजस्थान की राजधानी जयपुर में चल रहे साहित्य महोत्सव में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी जरूरी थी।

साहित्य महोत्सव में अर्थव्यवस्था पर “ब्रेव न्यू वर्ल्डः द वर्चुअल इकॉनोमी एंड बियॉन्ड” नामक एक चर्चा में शिरकत करते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि देश बड़े उथल-पुथल के बीच में है। अभी 85 फीसदी लेन-देन नकद में हो रहा है। कैश में लेने-देन होने से कालेधन के ज्यादा अवसर पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन में असाधारण वृद्धि देखी गई है। जिसका संकेत है कि कैशलेस इकॉनोमी के लिए आधारभूत ढांचा मौजूद है।

कांत ने हाल ही में सूचना और प्रौद्योगिकी सचिव बने अरुणा सुंदरराजन ने केन्या का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि केन्या में कम बैंक हैं और प्रौद्योगिकी में भी ऐसी कोई विशेष उन्नति नहीं हुई है, लेकिन फिर भी वहां 50-60 फीसदी लेनदेन फोन के जरिए होता है।

सुंदरराजन ने कहा, ‘एक बार जब चार बड़ी संचार कंपनियां डिजिटल बैंकिंग की तरफ पूरी तरह खिंच आएंगी, और यह अगले साल होगा, तब नकदी रहित अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व वृद्धि देखने को मिलेगी।’ वहीं शीर्ष अधिकारियों द्वारा की गई इन बातों का चर्चा में शामिल कई लोगों ने सवालिया निशान खड़े किए।