चंडीगढ़ : ABVP के हमले में NSUI के 3 कार्यकर्ता बुरी तरह घायल,एक की हालत गंभीर

कॉलेज में छात्र संघ चुनाव प्रचार को लेकर पंजाब के चंडीगढ़ में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला कर दिया । चंडीगढ़.सेक्टर- 27-28 प्वाइंट पर दिनदहाड़े एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए । इस दौरान जमकर कुल्हाड़ियां, पिस्टल और तलवारें लहराई गई। हमले में स्टूडेंट यूनियन एनएसयूआई के तीन सदस्य घायल हो गए। इनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

पीड़ित पी सी डोगरा ने बताया कि एक फॉर्च्यूनर ने उनके कार में ज़ोरदार टक्कर मारी और कार सवार कार लेकर भाग गया । पीड़ित ने कहाकि मैं कुछ समझ नहीं पाया। देखा एक कार भाग रही है और पुलिसवाले उसके दरवाजे खोलने, शीशे तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।-पीसी डोगरा, पीड़ित जिनकी कार टूटी

एनएसयूआई कार्यकर्ता रोहन ने बताया कि हमलावर एबीवीपी से हैं। वह नहीं चाहते कि हम एसडी कॉलेज में एनएसयूआई के लिए कैम्पेनिंग करें। इसलिए हमला किया। पंचकूला में परविंदर और उसके साथियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

मौके पर पंचकूला क्राइम ब्रांच, सेक्टर-26 थाने से एसएचओ और डीएसपी पहुंच गए। ऑटो ड्राइवर बलजीत ने फॉर्च्यूनर को पलटते और चार हथियारबंद आरोपियों को भागते हुए देखा था। ऑटो ड्राइवर ने ही पुलिस को आरोपियों के बारे में जानकारी दी ।

पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया और 3 किमी. आगे पुलिस को फॉर्च्यूनर पलटी हुई मिली। इसके अंदर से दो पिस्टल, एबीवीपी के पोस्टर मिले।

मनसा देवी कॉम्प्लेक्स के पीर मजार के सामने जंगल में आरोपी छिपे हुए थे। ऑटो ड्राइवर बलजीत पुलिस को यहां तक लेकर आया। पुलिस टीम ने मौके की घेराबंदी कर दी। यहां पुलिसवाले और आरोपी आमने-सामने हुए।

करीब 10-12 पुलिसवाले मौके पर थे, लेकिन पिस्टल सिर्फ एक मुलाजिम के पास ही थी। दूसरी तरफ सभी आरोपियों के पास हथियार थे। यहां पुलिस ने आरोपियों को सरेंडर करने को कहा, लेकिन खुद आगे जाने की हिम्मत नहीं कर पाए।

शिकायतकर्ता का कहना था कि उन पर रत्न लुबाना ने हमला करवाया। लेकिन पुलिस का दावा है कि रत्न लुबाना किसी और जगह पर था ।

वहीं ऑटो ड्राइवर ने बताया कि आरोपी हथियारबंद थे। पुलिस वालों में सिर्फ एक के पास हथियार था, लेकिन उसने भी गन बाहर नहीं निकाली। आरोपी भागने में कामयाब हो गए। पुलिसवालों ने जंगल में पीछा नहीं किया।