31 मार्च के बाद भी उर्दू असातिजा तकर्रुरी में ट्रेंड-अनट्रेंड दोनों की होगी तकर्रुरी

तालीम वज़ीर पीके शाही ने पीर को एसेम्बली में ऐलान किया कि उर्दू असातिजा की तकर्रुरी तमाम खाली ओहदे पर होगी। उन्होंने कहा-कुछ लोगों को शक है कि 31 मार्च 2015 के बाद अनट्रेंड की तकर्रुरी नहीं होगी। लेकिन, सरकार ने फैसला लिया है कि 31 मार्च के बाद भी तकर्रुरी होती है तो तमाम उर्दू असातिजा उम्मीदवारों को मौका मिलेगा। वैसे, अभी यह मामला हाईकोर्ट में है। लेकिन, हलफनामा तैयार कर कोर्ट में दिया है।

कोर्ट का फैसला आते ही तकर्रुरी होगी। मालूम हो कि 22000 उर्दू असातिजा की तकर्रुरी के लिए दरख्वास्त लिए गए थे। इसी दरमियान उर्दू असातिजा के टीईटी रिजल्ट का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। अदालत ने तकर्रुरी अमल पर रोक लगा दी। वज़ीर ने यह भी कहा कि म्यूजिक असातिजा की तकर्रुरी के लिए ओहदे बनाने की कार्रवाई चल रही है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की कियादत में असातिजा की तकर्रुरी हुआ था। उन्हीं की कियादत में इनकी सर्विस शरायत में भी सुधार होगा। वज़ीर तालीम महकमा के बजट पर हुए तनाजे का जवाब दे रहे थे। वज़ीर के जवाब से ओपोजीशन ने एवान से वाकआउट किया।
इस तरह दशकों लगेंगे तालीम की क्वालिटी लाने में

वज़ीर ने कहा कि मरकज़ी तालीम वज़ीर को वे कहे हैं कि जो रकम बिहार की तालीम पर खर्च की जाती है, इसमें दशकों लगेंगे इसमें क्वालिटी लाने में। तेजी से सुधार लाने के लिए ज़्यादा पैसा की जरूरत है। 2015-16 के मरकज़ी के बजट में वाजेह नहीं हुआ है कि सर्वशिक्षा अभियान और मिड-डे मील में कितनी रकम बिहार को मिलेगी। हमने काफी काम किया है, पर सफर बाकी है।