बीएमसी चुनावों के अंतिम नतीजों के साथ यह तो साफ़ हो ही गया है की केंद्र और राज्य में एक साथ जुडी पार्टी शिवसेना और भाजपा यहाँ पर अलग अलग चुनाव लड़ रही है और दोनों ही विजेता के तौर पर उभर कर सामने आई हैं।
शिवसेना ने 84 सीट हासिल की तो वहीं भाजपा ने पिछले बीएमसी चुनावो के मुक़ाबले 31 सीटों की बढ़ोतरी कर 82 सीटें अपने नाम कर ली।
इस साल के बीएमसी चुनावो में 2012 की 23 सीटों के मुक़ाबले 32 सीट पा कर मुस्लिम उम्मीदवारों में खासी उन्नति की है।
दिलचस्प बात यह है की चुनावों में शिव सेना पार्टी के टिकट से 2 मुस्लिम उम्मीदवार विजयी रहे। जबकि भाजपा से कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं चुना गया।
जबकि असादुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआईएम का।प्रदर्शन ज़्यादा ख़ास नहीं रहा। महारष्ट्र विधानसभा चुनावों ज़िला पंचायत चुनाव और कारपोरेशन के चुनावो में जीत से प्रेरित हो कर पार्टी ने मुम्बई में 50 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था जिसमे से कुल 3 सीटों पर ही पार्टी ने जीत दर्ज़ की।
हालाँकि पार्टी के उम्मीदवार अश्विनी डेनियल जो पुणे में विजेता रहे उनके प्रदर्शन से पार्टी को उत्साहित होना चाहिए।
इस चुनाव में समाजवादी पार्टी ने भी अकेले ही भाग लिया और ज़्यादा से ज़्यादा मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे। पार्टी ने अपने पुराने गढ़ गोवंदी से लेकर चीतकैम्प तक84 उम्मीदवारों में से 6 ही सीट हासिल की।
जबकि कांग्रेस ने 30 सीटों पर जीत हासिल की जिसमे से 11 उम्मीदवार मुस्लिम रहे वहीं एनसीपी से चार मुस्लिम उम्मीदवार विजयी रहे तो इंडिपेंडेंट पार्टी से 5 मुस्लिम उम्मीवारों ने सीट हासिल की।
चुनाव में जीते मुस्लिम उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है।
कांग्रेस-11
एनसीपी-4
सपा-6
एआईएमआईएम-3
इंडिपेंडेंट-5
शिवसेना-2