मंत्रियों ने योगी के फरमान को किया नज़रअंदाज़, संपत्ति का नहीं दिया ब्यौरा

योगी सरकार के 33 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान को नज़रअंदाज़ करते हुए अब तक अपनी संपत्तियों का ब्यौरा घोषित नहीं किया है। अपनी संपत्ति का ब्यौरा घोषित न करने वालों की फेहरिस्त में प्रदेश के 359 विधायक भी शामिल हैं। 

विधानसभा सचिवालय द्वारा 10 जुलाई को जारी उत्तर प्रदेश के सरकारी गज़ट के मुताबिक, 33 मंत्रियों में 18 कैबिनेट मंत्री, 4 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 11 राज्य मंत्री हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति की घोषणा नहीं की है। संपत्ति घोषित नहीं करने वालों में नेता प्रतिपक्ष राम गोविन्द चौधरी (समाजवादी पार्टी), बसपा विधायक दल नेता लालजी वर्मा और कांग्रेस विधायक दल के नेता अजय कुमार लल्लू, पूर्व मंत्री आजम खां, पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव, निर्दलीय रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया शामिल हैं।

अधिसूचना के मुताबिक संपत्ति की घोषणा करने वालों में कैबिनेट के कुछ ही मंत्री शामिल हैं। इस फेहरिस्त में कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, रमापति शास्त्री, लक्ष्मी नारायण चौधरी और मुकुट बिहारी शामिल हैं। जबकि स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों सुरेश कुमार और धर्म सिंह सैनी ने भी संपत्तियों की घोषणा कर दी है। जबकि राज्य मंत्रियों में जय कुमार सिंह जैकी ने संपत्ति घोषित की है।

बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद ऐलान किया था कि सभी मंत्री 15 दिन के भीतर अपनी चल अचल संपत्ति का ब्यौरा घोषित करेंगे। योगी के साफ निर्देश के बावजूद योगी सरकार के ज़्यादातर मंत्री संपत्ति की घोषणा करने में नाकाम रहे थे। जिसपर मुख्यमंत्री ने 13 अप्रैल को मंत्रीपरिषद सहयोगियों को भेजे पत्र में फिर से उम्मीद जताई थी कि वे अपनी संपत्ति घोषित कर देंगे। लेकिन योगी के मंत्री उनकी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और अब तक अपनी संपत्ति की घोषणा नहीं की।