राँची: सूबे भर में समायोजन की मांग को लेकर पिछले 38 दिनों से हड़ताल पर बैठे पारा शिक्षकों के इस आंदोलन ने खूनी रूप ले लिया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से चिट्ठी लिख कर न्याय की मांग की है.
EENADU INDIA के अनुसार, स्थानीय नौकरी की मांग को लेकर पारा, जीआरपी और सीआरपी के शिक्षक आर-पार की लड़ाई का मूड बना चुके हैं. घेरा डालो-डेरा डालो के नाम से यह आंदोलन पिछले 38 से जारी है. पारा शिक्षक अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ राशन-पानी लेकर रांची पहुंच रहे हैं. शनिवार को उन्होंने खून से पत्र लिखकर पीएम नरेंद्र मोदी को भेजी है, और न्याय की गुहार लगायी है.
हालांकि रघुवर सरकार ने शिक्षकों को काम पर लौटने का अल्टीमेटम दे रखा है, लेकिन शिक्षकों ने साफ कहा है कि सरकार की चेतावनी के बावजूद आंदोलन जारी रहेगा. अगर हमारी बात नहीं मानी गयी तो उग्र आंदोलन किया जायेगा.
गौरतलब है कि पिछले महीने भर से स्थायी नौकरी की मांग को लेकर 70 हजार से ज्यादा पारा शिक्षक आंदोलन पर हैं. जिसकी वजह से सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई बाधित है.