झारखंड: बच्चा चोरी की अफ़वाह के बाद भीड़ ने 4 मुस्लिमों की जान ले ली, पुलिस को भी नहीं बख़्शा

झारखंड में सराय केला खरसावां में बच्चा चोरी की अफवाह फैलने पर चार मुस्लिम नौजवानों की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। ख़बर के मुताबिक, हल्दीपोखर निवासी शेख हलीम की इंडिका कार पर मो. नईम, सज्जाद उर्फ सज्जू, सिराज इंडिका से रात दो बजे राजनगर की तरफ जा रहे थे।
राजनगर इलाके में बुधवार की रात यह अफवाह जोरों से फैली कि बच्चा चोरों का गिरोह घूम रहा है। इसलिए देर रात में ही डांडू गांव के पास लोग वाहन रोककर आने जाने वालों की जांच कर रहे थे। इस बीच जैसे ही लोगों ने इंडिका कार को रोका सभी कार मोड़कर डांडू से थोड़ी दूर स्थित शोभापुर गांव में घुस गए।
इसके बाद ग्रामीणों का संदेह और बढ़ गया। शोभापुर में शेख हलीम के साढू मो. मुर्तजा का घर है। कार गांव के बाहर खड़ी कर वे मुर्तजा के घर में जा घुसे। बाद इसके भीड़ ने मुर्तजा के घर को घेर लिया और सभी को बाहर निकालने की मांग की। उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि वे चारों को गांव वालों के हवाले नहीं करेंगे तो उस मकान को वे जला देंगे।
गांव वालों के आक्रोश तो देखते हुए चारों को भीड़ के हवाले कर दिया गया। शोभापुर गांव में ही नईम की लोगों ने गुरुवार तड़के पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। अन्य तीन को वे लोग पकड़कर डांडू गांव ले गए।
वहां हलीम को मार डाला गया और उसके शव को धोबोडुगरी पहाड़ी में फेंक दिया। डांडू गांव में भीड़ से बचकर सज्जाद उर्फ सज्जू और सिराज किसी तरह वहां से भागे, लेकिन उन्हें सोसोमाली गांव में लोगों ने फिर पकड़ लिया।
गांव में उन्हें बांधकर पिटाई की, जहां दोपहर 12 बजे उन्होंने गांव में ही दम तोड़ दिया। ग्रामीणों ने इनकी एक इंडिका कार को भी जला दिया। इस घटना की सूचना पाकर पहुंची पुलिस से भी ग्रामीणों की हिंसक झड़प हो गई।
पुलिस की गाड़ी भी जलाई और थानेदार समेत 5 घायल हो गए। बाद इसके एसपी ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया और उसके बाद पुलिसिया कार्रवाई की। पुलिसिया कार्रवाई के बाद मामला देर शाम ठंडा हुआ।