कोलकाता : पश्चिम बंगाल में ग़ैर-तस्लीम मदरसों के उस्तादों ने पिछले चालीस दिनों से हड़ताल कर रखी थी, उनकी हड़ताल अच्छी तनख्वाह और सरकारी मदद के लिए थी.उनके एक नुमाइंदे ने बताया कि पीर के रोज़ सूबे की सरकार ने उनकी ज़्यादातर मांगों को मान लिया है, इसलिए हड़ताल मंसूख हो गयी.
हड़ताल का पीर को चालीसवां दिन था, लेकिन शाम के 4 बजे इसे वापिस ले लिया गया
“रियासती हुकूमत ने हमारी ज़्यादातर मांगों को मान लिया है जिसमें 495 मदरसों को स्टेट मदरसा बोर्ड के अन्दर मानना भी है. हम अपने नुमाइंदों के साथ 16 नवम्बर को हुकूमत से मिलेंगे कि इसको किस तरह से लागू किया जाए” उनके नुमाइंदे ने कहा .
उन्होंने कहा, मीटिंग के बाद सर्कुलर जारी होगा. हाजी मैदान मोहसिन स्क्वायर के पास जो कि मरकजी कोलकाता में है, में उस्तादों के एक ग्रुप ने हड़ताल कर राखी थी.
ये मदरसे चाहते थे कि ये मदरसा शिक्षा केंद्र, शिशु शिक्षा केंद्र और माध्यमिक शिक्षा केंद्र के अन्दर तस्लीम किये जाएँ. हुकूमत ने इन मांगों को मान लिया है .
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