पाकिस्तान के सदर आसिफ़ अली ज़रदारी 40 रुकनी वफ़द के साथ ख़ानगी दौरा पर नई दिल्ली पहूंचेंगे। इस दौरान वो वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह की जानिब से अपने एज़ाज़ में दिए गए ज़हराने में शिरकत करेंगे। इसके इलावा अजमेर में सूफ़ी बुज़ुर्ग ख़्वाजा मुईन उद्दीन चिशती (र्०) की दरगाह शरीफ़ पर हाज़िरी देंगे।
पाकिस्तानी सदर के साथ हिंदूस्तानी दौरा पर पहूंचने वाले वफ़द में उनके अरकान ख़ानदान के इलावा वुज़रा और सदारती ओहदेदारों के इलावा मीडीया के नुमाइंदे भी शामिल रहेंगे। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने ज़ुहराना से क़ब्ल अपने पड़ोसी मुल्क के सदर से बातचीत भी करेंगे।
इस सवाल पर कि आया वज़ीर-ए-आज़म के वफ़द में वज़ीर-ए-दाख़िला पी चिदम़्बरम भी शामिल होंगे,सरकारी ज़राए ने जवाब दिया कि इस मसला पर हनूज़ तबादला-ए-ख़्याल जारी है क्योंकि ये इत्तेलाआत मौसूल हुई हैं कि पाकिस्तानी वज़ीर-ए-दाख़िला रहमान मलिक भी अपने सदर के वफ़द में शामिल होंगे।
ज़राए ने इसरार के साथ कहा कि मिस्टर ज़रदारी का ये ख़ानगी नौईयत का दौरा है , और हिंदूस्तान ने कहा है कि वक़्त और सहूलत के मुताबिक़ मेहमान सदर के लिए वज़ीर-ए-आज़म की जानिब से लंच का एहतेमाम किया जाएगा। डाक्टर मनमोहन सिंह और मिस्टर आसिफ़ अली ज़रदारी ने 2009 के दौरान रूस में मुनाक़िदा शंघाई तआवुन तंज़ीम की चोटी कान्फ्रेंस के मौक़ा पर आख़िरी मर्तबा मुलाक़ात की थी।
ज़राए ने कहा कि दोनों क़ाइदीन की मुलाक़ात के दौरान बातचीत में बाहमी मुफ़ादात के लिए एहमीयत के हामिल तमाम मसाइल पर गुफ़्त-ओ-शनीद की जाएगी। बादअज़ां दोनों क़ाइदीन लंच पर रवाना होंगे। ताहम सरकारी ज़राए ने बातचीत के दौरान मौज़ू बहस आने वाले किसी अहम मसला की बारे में कुछ कहने से इनकार कर दिया।