नई दिल्ली: श्रीलंका में भारी बाढ़ और भूस्खलन से 90 लोगों की मौत हो गई। इस आपदा में 110 लोग लापता भी हो गए हैं। दक्षिण पश्चिमी मानसून ने यहां तबाही मचाई है। सैकड़ों मकान तबाह हो गए हैं और कई सड़कें टूट गई हैं। श्रीलंका में लगभग 40 साल बाद इस तरह की बारिश हुई है। इससे पहले 1970 के दशक में इतनी ज़बरदस्त बारिश रिकॉर्ड की गई थी।
न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार भारी बारिश से आई बाढ़ की वजह से सात जिलों में 20000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। खबरों के मुताबिक गाले सबसे बुरी तरह प्रभावित जिला है, जहां 7157 लोग इससे प्रभावित हुए हैं।
उधर भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके कहा है कि हम इस कठिन घड़ी में हम श्रीलंकाई भाइयों और बहनों के साथ खड़े हैं। उन्होंने एक और ट्वीट में कहा कि कोलंबो में पहला जहाज सुबह पहुंचेगा। दूसरा जहाज रविवार को पहुंचेगा। इसके अलावा और भी सहायता भेजी जा रही है।
श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र के उप मंत्री के अनुसार हमने 1970 के दशक के बाद से सबसे भारी बारिश देखी है। हम कुछ क्षेत्रों में राहत कार्य कर रहे हैं, जबकि हम प्रभावित क्षेत्रों में कुछ मकानों तक नहीं पहुँच सकते।