स्मार्टफोन के अधिक उपयोग से बच्चों में मस्तिष्क कैंसर के खतरे में 400 फीसदी की वृद्धि

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुंबई के प्रोफेसर गिरीश कुमार का कहना है कि स्मार्टफोन के अत्यधिक उपयोग के कारण किशोरों के बीच मस्तिष्क के कैंसर के खतरे में 400 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हाल ही हुए एक सेमिनार में उन्होंने यह बात कही तथा कहा कि मेडिकल अनुसंधान ने इसकी पुष्टि कर दी है।

प्रोफेसर कुमार ने स्मार्टफोन के खतरों को लेकर हाल ही में भारत सरकार को एक रिपोर्ट भी सौंपी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को सबसे अधिक खतरा है क्योंकि उनके सिर की सतह अपेक्षाकृत नरम और पतली होती है और उसमें रेडियेशन का खतरा अधिक रहता है।

कुमार ने कहा कि सेलफोन के रेडियेशन से पशुओं और पेड-पौधों को भी नुकसान पहुंच रहा है। इससे शरीर के डीएनए पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है, विशेषकर युवाओं को जोखिम अधिक है।

नींद से जुडी दिक्कतें, पार्किन्सन और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के मूल में भी स्मार्टफोन का अधिक इस्तेमाल है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को हम त्याग नहीं सकते लेकिन अगर सेलफोन के खतरों को लेकर समाज में जागरुकता नहीं पैदा की गई तो बडी चूक होगी।