नई दिल्ली. केंद्र के विशेष प्रतिनिधि दिनेश्वर शर्मा की सलाह पर युवाओं के खिलाफ 4500 से ज्यादा पत्थरबाजी के केस वापस सरकार द्वारा वापस लिए जाएंगे। पहली बार आरोपी पत्थरबाजी के मामले में ऐसा किया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल जुलाई में एक मुठभेड़ में आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हिंसा भड़क उठी थी। तब से लेकर पत्थरबाजों के खिलाफ 11,500 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इनमें से 4,500 केस उन युवाओं पर हैं जो पहली बार पत्थरबाजी में शामिल पाए गए थे।
केंद्र राज्य सरकार के साथ पत्थरबाजों के बाकी केसों की भी समीक्षा करेगा। केंद्र उन लोगों के पुनर्वास पर विचार कर सकती है, जो आतंकी संगठनों में शामिल तो हुए पर किसी भी जघन्य अपराध में शामिल नहीं रहे हैं।