48 घंटों में केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल जो 2 जनवरी को एतिमाद का वोट हासिल करेंगे, ने आज एक अहम बयान देते हुए कहा कि वो आइन्दा 48 घंटों के दौरान अवाम के लिए ज़्यादा से ज़्यादा फ़लाह-ओ-बहबूद के काम मुकम्मल करदेना चाहते हैं।

पता नहीं आइन्दा 48 घंटों के बाद उन की हुकूमत बाक़ी रहे या ना रहे। अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बी जे पी और कांग्रेस के बारे में कोई बात यक़ीन से नहीं कह सकते है। उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि उनकी हुकूमत बाक़ी रहती है या एतिमाद का वोट हासिल करने में नाकाम होजाती है।

हम हुकूमत इस तरह चला रहे हैं कि हमारे पास सिर्फ़ 48 घंटों की मोहलत हो और इस मुद्दत के दौरान हम अवाम के फ़लाही कामों को ज़्यादा से ज़्यादा अंजाम देना चाहते हैं। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि उनकी सेहत में दुबारा बेहतरी पैदा होजाएगी लेकिन ये अहम 48 घंटे उन्हें दुबारा नहीं मिलेंगे।

उन्होंने ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी एम एल ए एम एस धीर दिल्ली एसेंबली स्पीकर के उम्मीदवार होंगे। केजरीवाल ने कहा कि उन्हें हनूज़ ये बात समझ में नहीं आई कि बी जे पी ने उबूरी स्पीकर का ओहदा क़बूल क्यों नहीं किया जबकि आम तौर पर ये ओहदा ऐवान के सब से ज़्यादा सीनियर रुक्न माना जाता है। अपनी इसी बात को दुहराते हुए उन्होंने अख़बारी नुमाइंदों से कहा कि ये बात उन की समझ में नहीं आई लिहाज़ा आप ही बी जे पी से पूछ लीजिए।