49 लाख लोगों को 31 तक मिलेगा राशन कार्ड

बिहार में राशन कार्ड पाने से महरूम रह गये 49 लाख लोगों को 31 जुलाई तक हर हाल में राशन कार्ड मिल जायेगा। राशन तक़सीम को लेकर फूड सारफीन तहफ्फुज महकमा हर जिले और ब्लॉकों में फूड दिन भी मनायेगा। यह ऐलान जुमेरात को फूड सारफीन तहफ्फुज वज़ीर श्याम रजक ने एसेम्बली में की। वह एसेम्बली में फूड सेक्युर्टी पर हुई खुसुसि बहस का जवाब दे रहे थे। जदयू के मंजीत कुमार सिंह ने खुसुसि बहस का तजवीज लाया था।

अपने जवाब के दौरान वज़ीर श्याम रजक ने कुबूल किया कि राशन कार्ड और अनाज तक़सीम को लेकर उलझन बनी हुई है। 65 लाख लोग बीपीएल कोटे में थे, लेकिन बिहार हुकूमत 1.37 करोड़ लोगों को अनाज दे रही थी। इजाफ़ी अनाज के उठाव के लिए सरकार को भारी मशक्कत झेलनी पड़ी है। फूड सेक्युर्टी एक्ट के तहत बिहार सरकार को शहरी और देही इलाकों के 8.40 करोड़ लोगों को अनाज देना है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के कोट्स व एनआइसी के सॉफ्टवेयर में तालमेल नहीं होने की वजह सेलेक्शन में भारी दिक्कत हो रही है। सेलेक्शन के लिए फूड सारफीन महकमा ने बजाप्ता कमेटी बनायी है।

तकनीकी गड़बड़ियों की वजह 18.29 लाख कार्ड डिफेक्टिव बन गये हैं, उनमें सुधार की अमल जारी है। उन्होंने कहा कि बीपीएल-एपीएल कोटे का अनाज सेंटर से वक़्त पर नहीं मिल रहा। जो अनाज मिल भी रहा है, वह काफी देर से। जून के लिए 164 रैक अनाज आना था, जो आज तक नहीं आया है। उन्होंने बताया कि राशन कार्ड बनाने के लिए 49 लाख दरख्वास्त आये हैं। एनआइसी को राशन कार्डो में सुधार के लिए एक सप्ताह में सॉफ्टवेयर जारी करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि राशन कार्ड तक़सीम में कोई नहीं छूटे, इसको लेकर महकमा कोशाँ है।

फूड सप्लाय निज़ाम को बेहतर बनाने के लिए जीपीएस सिस्टम लगाया जा रहे हैं। फूड कॉर्पोरेशन को कंप्यूटराइज किया जा रहा है। गोदामों में सीसी कैमरे लगाये जा रहे हैं। राशन कार्ड पाने से कोई महरूम न रहे, इसके लिए उन्होंने ओपोजीशन और अवाम से मदद करने की दरख्वास्त की।