मुंबई [सियासत न्युज ब्युरो]। महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को एमएलए अनिल गोटे ने वजिर ए दाखिला आर.आर.पाटिल को यह कहकर वार्निनग दे डाली कि आप पांच लाख रुपए दीजिए तो हम जेल तोड़कर दिखा सकते हैं। यह वार्निनग जेल में कैदियों की निगरानी पर चल रही बहस के दौरान दी गई।
विधानसभा में बुधवार को बीजेपी एमएलए माधुरी मिसाल ने सुबे की जेलों में कैदियों की निगरानी का मसला उठाया और कहा कि पुणे की यरवदा जेल में कैदी मोबाइल लेकर घूमते हैं।वजिर ए दाखिला आर.आर.पाटिल माधुरी के सवाल का जवाब देते उससे पहले ही चार साल जेल में बिता चुके अनिल गोटे ने राज्य की जेलों की हालत का बयान करना शुरू कर दिया।
गोटे ने कहा कि राज्य में जेलों की हालत इतनी खराब है कि वहां बंद कैदी जेलर से लेकर सिपाहियों तक के उनकी हैसियत के मुताबिक हफ्ता देते हैं। टाडा के तहत लंबे वकत तक जेल में बंद रहे एक सरगना कि मिसाल देते हुए गोटे ने बताया कि उसके बैरक के बाहर तो हफ्ता वसुल करने के लिए लाइन लगती थी।
गोटे ने जिस सरगना का नाम लिया था, उसके खान्दान के किसि शख्स के महाराष्ट्र विधानसभा का रुकन होने कि वजा से उसका नाम विधानसभा की कार्यवाही से निकाल दिया गया।
गोटे यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि वजिर ए दाखिला मुझे पांच लाख रुपए दें तो मैं किसी भी जेल में सेंध लगाकर दिखा सकता हूं।
गौरतलब है कि गोटे महाराष्ट्र के मशहुर फर्जी स्टैंप घोटाले में तेलगी के साथ नाम जुडऩे के कारण चार साल जेल में बिता चुके हैं। वजिर दाखिला आर.आर.पाटिल ने गोटे के इल्जामो को सञिदगी से लेते हुए राज्य की जेलों की सीआईडी से जांच कराने का एलान कर दिया।
पाटिल ने यह एलान भी कीया कि राज्य की तीन केंद्रीय जेलों यरवदा, तलोजा और आर्थर रोड जेल में पहले जैमर लगाए जाएंगे, उसके बाद अन्य सभी जेलों में जैमर लगेंगे। ताकि जेल के अंदर मोबाइल पहुंचने पर भी कैदी उसका इस्तेमाल न कर सकें।
जेलों में सीसीटीवी लगाने के सवाल पर पाटिल का कहना था कि सीसीटीवी लगाने का सर्फा उन्होंने फाइनान्स विभाग को भेजा था, लेकिन यह पास नहीं हो सका इसके लिए वह दोबारा सर्फा भेजेंगे।