गैंगरेप के खिलाफ 5 लाख लोगों ने फेसबुक आईडी डिएक्टिवेट कर जताया विरोध

लखनऊ: देश के विभिन्न हिस्सों में हो रहे गैंगरेप और बलात्कार घटनाओं के खिलाफ लोगों ने पहला डिजीटल प्रदर्शन कि शरुआत कर दी है। 23 अप्रैल को को रात 12 बजे से ही लोगों ने अपने फेसबुक आईडी को डिएक्टिवेट कर गैंगरेप और बलात्काकर की घटनाओं पर अपना विरोध दर्ज करवाया है।

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बता दें कि दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने गैंगरेप की घटनाओं के खिलाफ एक दिन के लिए फेसबुक आईडी को डिएक्टिवेट करने की अपील की थी। जिसके बाद से धीरे-धीरे इस ऑन लाइन अपील ने एक मुहिम का रंग ले लिया, और फेसबुक पर सभी लोगों ने अपनी आईडी को 24 घंटे के लिए बंद कर अपना विरोध दर्ज करवाया।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के सामाजिक कार्यकर्ता और मीम के अध्यक्ष नवेद चौधरी ने दावा किया है कि करीब 5 लाख लोगों ने अपना फेसबुक अकाउंट डिएक्टिवेट किया था। उनहोंने कहा कि उनके पास देश भर से लोगों ने जानकारी दी है।

गैंगरेप और बलात्कार जैसे घिनौनी घटना पर नवेद का कहना है कि इन घटनाओं से देश उबल रहा है। उनहोंने कहा कि जिस मोदी सरकार का नारा था, ‘बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार’ उसी मोदी सरकार में गैंगरेप की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
वहीँ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा मोदी सरकार ने दिया था। लेकिन अब नारा बीजेपी नेता से बेटी बचाओ में बदल गया है। फैजुल ने कहा कि भाजपा नेताओं के लिए यह कितनी शर्म की बात है कि लोग अपने मोहल्ले में पोस्टर लगाने पर मजबूर हैं कि यहाँ भाजपा नेता वोट मांगने न आएं, क्योंकि यहां बेटियां रहती हैं।