लीवर शरीर का महत्वपूर्ण अंग होता है। इसलिए उसका सही तरीके से काम करना आवश्यक होता है। लीवर की कोशिकाओं पर फैट का जमा होना फैटी लीवर एसिड कहलाता है। फैटी लीवर एसिड के दो प्रकार होते हैं जिनमें एल्कोहल और नॉन-एल्कोहल फैटी एसिड होता है। इससे आपको हाइ-कोलेस्ट्रोल, हाइ-ब्लड प्रेशर, मोटापा, आर वायरल जैसी समस्या हो सकती हैं।
इस बीमारी के कोई विशेष लक्षण नहीं दिखते लेकिन थकान, बैचेनी, भूख का कम होना आदि इसके कुछ लक्षण होते हैं। अगर आप इससे बचना चाहते है या लीवर पर जमा अधिक फैटी एसिड को कम करना चाहते हैं तो कुछ घरेलू उपायों की सहायता ले सकते हैं। इसमें हल्दी फैटी लीवर के लिए उपयोगी घरेलू औषधि है। यह फैट को पचाने की शरीर की क्षमता को बढ़ाता है।
यह लीवर को डिटॉक्सीफाई करने में भी मदद करती है। एक गिलास पानी को उबालकर उसमें एक चौथाइ चम्मच हल्दी डालें। इसे आप दिन में एक बार रोजाना पी सकते हैं। ग्रीन टी में अधिक घनत्व वाले कैटेचिन होते हैं जो कि लीवर के कार्य करने की क्षमता में वृद्धि करता है और फैट को लिवर से निकाल कर नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लीवर एसिड की परेशानी को कम करने में मदद करता है।
इस परेशानी से निजात पाने के लिए रोजाना 3-4 कप ग्रीन टी पिएं। नींबू में विटामिन सी है जो कि एक बहुत उपयोगी एंटी-ऑक्सीडेंट्स होता है। यह ग्लूटेथिओन नामक एंजाइम पैदा करता है जो कि लीवर से टॉक्सिन निकालकर उसको डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। आधे नींबू को पानी में निचोड़ कर दिन में 2-3 बार पिएं। इस पानी को रोजाना कुछ महीनों तक पिएं।
एप्पल-साइडर वेनेगर फैटी लीवर एसिड के लिए सबसे उपयोगी घरेलू उपाय है। यह लीवर के आसपास जमा फैट को कम करता है और वजन कम करने में भी मदद करता है। साथ ही लीवर की सूजन को कम करता है। एक चम्मच सेब के सिरके को गर्म पानी में मिलाएं और इसमें थोड़ा शहद डालें।
दिन में दो बार इस ड्रिंक का सेवन करें। इसे रोजाना कुछ महिनों तक सेवन करें। आंवला फैटी लीवर की परेशानी को कम करने के लिए काफी लाभकारी होता है। आंवला का सेवन करने से हानिकारक टॉक्सिन्स भी निकल जाते हैं। इसके लिए रोजाना 3-4 कच्चे आंवला का सेवन करें।