50 फिसद बच्चे नहीं पहुंचे स्कूल

दारुल हुकूमत के प्रायवेट स्कूलों में जुमेरात को बच्चों की मौजूदगी कम रही। दीगर दिनों के मुकाबले जुमेरात को स्कूलों में 40 से 50 फीसद कम बच्चे आये। जिन स्कूलों ने एसएमएस के जरिये स्कूल खुले रहने की इत्तेला वालेदैन को दी, उन स्कूलों में भी आम दिनों के मुकाबले 10 से 15 फीसद कम बच्चे पहुंचे।

मालूम हो कि ट्रांसपोर्टरों ने अपनी मांगों को लेकर 25 जुलाई को शहर में चक्का जाम का एलान किया था। ट्रांसपोर्टरों के तहरीक की वजह स्कूल इंतेजामिया ने बच्चों को 25 जुलाई को स्कूल बंद रहने की इत्तेला दे दी थी। मगर हुकूमत से बातचीत के बाद ट्रांसपोर्टरों ने 24 जुलाई की शाम को तहरीक वापस लेने का फैसला लिया। इसके बाद स्कूल इंतेजामिया ने भी स्कूल खोलने की एलान कर दी। हालांकि कई स्कूल बंद रहे। स्कूल खोलने की जानकारी वालेदैन को वक़्त पर नहीं मिलने की वज़ह कई बच्चे स्कूल नहीं जा सके।

मालूमात की आदम मौजूदगी में छूट गयी बस

वालेदैन और बच्चों को स्कूल खुलने की इत्तेला वक़्त पर नहीं मिलने की वज़ह सुबह में बच्चे वक़्त पर बस स्टॉप नहीं पहुंच पाये। इस वज़ह कई बच्चों की बस छूट गयी। हालांकि स्कूल के आस-पास रहने वाले वालेदैन ने तो बच्चों को खुद से स्कूल छोड़ दिया, लेकिन स्कूल से दूर-दराज रहने वाले बच्चों के वालेदैन अपने बच्चों को स्कूल नहीं पहुंचा सके।