तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 60 दिनों में 50 छात्रों की आत्महत्या से सनसनी

हैदराबाद: दो महीने से कम समय में छात्रों की आत्महत्या के 50 घटनायें, दोनों तेलुगु राज्यों तेलंगाना और एपी की तरीक हकीकत है। कॉलेज प्रशासन के दबाव को सहन न कर पाने की वजह से इन छात्रों ने ऐसा किया। व्यापार शैली के यह शिक्षण संस्थान छात्रों को परीक्षा में सफल करवाने के दावे तो करते हैं लेकिन यह संस्था जीवन जीने का अधिकार देने में असफल हो गए हैं।

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क्योंकि उनके दबाव से तंग आकर ही छात्रों की आत्महत्या के कई घटनाएं सामने आई हैं। ऐसे ही एक कॉरपोरेट शैली के कॉलेज के क्लास में एक शिक्षक की ओर से छात्र के पिटाई का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिस का वीडियो एक छात्र द्वारा गुप्त रूप से फिल्माया गया है।

इस वीडियो में दिखाया गया है कि शिक्षक छात्र को उनके साथियों के सामने बुरी तरह पिटाई कर रहा है। बेहतर शैक्षिक प्रदर्शन के लिए दबाव के नतीजे में ही छात्र आत्महत्या जैसे रास्ते को अपना रहा है। आत्महत्या करने वाले इन छात्रों ने डॉक्टर इंजीनियर बनने का सपना लिए ऐसे इन कॉर्पोरेट शैली के शिक्षण संस्थानों में दाखिला लिया था। लेकिन बेहतर शैक्षिक प्रदर्शन के लिए उन्हें कॉर्पोरेट शैली शैक्षिक संस्थानों के दबाव के माहौल को सहन न करते हुए इन छात्रों ने यह खौफनाक कदम उठाया है।