कश्मीर में महिला पत्थरबाजों से निपटने के लिए स्पेशल कमांडो दस्ता तैयार किया गया है। महिला कमांडो का यह दस्ता कश्मीर में सुरक्षा बल के लिए परेशानी खड़े करने वाले पत्थरबाजों से निपटेगा। आतंकियों के खिलाफ अभियान के दौरान सुरक्षा बल को इनसे भी निपटना पड़ता है।
कश्मीर में पत्थरबाजी से निपटने के लिए सीआरपीएफ की खास फोर्स ‘सुपर 500′ मैदान में उतर गई हैं। एक महीने की कड़ी ट्रेनिंग के दौरान इस दस्ते में शामिल हर महिला कमांडो को पत्थरबाजी पर लगाम लगाने के लिए बारीक से बारीक तरकीबें सिखाई गई हैं।
घाटी में पत्थरबाजों से मुकाबला आसान नहीं होता। चारों तरफ से बरसते पत्थरों को बीच सुरक्षा बल की सबसे बड़ी परेशानी ये होती है कि उन्हें खुद को भी बचाना होता है और पत्थर बरसाते लोगों को भी। इसके लिए भी महिला कमांडो के इस खास दस्ते ‘सुपर 500’ ने खास तैयारी की है।
महिला कमांडो की इस टीम में शामिल हर कमांडो को पॉली कार्बोनेट से बनी शील्ड और लाठी दी गई है, जो इन्हें बरसते पत्थरों के बीच सुरक्षा देंगे। पत्थरबाजों से बचते हुए उन पर कैसे काबू किया जाए? इसके लिए टीम में शामिल हर कमांडो को पूरी तरह से तैयार किया गया है।
‘सुपर 500’ में शामिल हर महिला कमांडो को तीन स्तर पर ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेनिंग के दौरान सबसे पहले ये सिखाया गया कि पत्थरबाजी के बीच कैसे अपने आपको सुरक्षित रखा जाए, जिससे किसी तरह की चोट न लगे।
इसके बाद इन्हें सिखाया गया कि पत्थर बरसा रही भीड़ पर काबू पाने के लिए क्या किया जाए लेकिन फिर भी आतंकियों की ढाल बने पत्थरबाज अगर काबू में नहीं आते तो आखिरी में इन्हें ताकत के इस्तेमाल का तरीका सिखाया गया।
इसके लिए महिला कमांडो को लाठी सेक्शन, गैस सेक्शन और आर्म सेक्शन की ट्रेनिंग दी गई। सुपर 500 कमांडो दस्ते को सिर्फ पत्थरबाजों से ही निपटने की ट्रेनिंग नहीं दी गई है बल्कि कॉम्बिंग ऑपरेशन, एनकाउंटर और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए भी इन्हें खास तौर पर तैयार किया गया है।