जेद्दाह। सऊदी ड्राइविंग स्कूल के सीईओ अब्दुल बासेत अल-सुवादी के अनुसार प्रिंस नौरा यूनिवर्सिटी (पीएनयू) के साथ साझेदारी में सऊदी ड्राइविंग स्कूल ने करीब 5,000 महिलाओं को ड्राइविंग प्रशिक्षित किया है।
अरब न्यूज़ में छपी खबर में उन्होंने कहा कि यह शाही आदेश (महिलाओं को ड्राइव करने की इजाजत देने) और सऊदी अरब में महिलाओं को प्रोत्साहित करने का हिस्सा है।
एक लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद, प्रशिक्षु पहले छह घंटे के व्यावहारिक प्रशिक्षण चरण शुरू करने से पहले सिमुलेशन प्रयोगशाला में दो घंटे बिताते हैं।
उन्होंने कहा कि एक प्रशिक्षु, दूसरे चरण में जाने में सक्षम होने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण के पहले चरण को पारित करना होगा, जिसमें 14 घंटे का प्रशिक्षण शामिल है।
इसके बाद, प्रशिक्षु को सड़क पर ड्राइविंग परीक्षण पास करना होगा। एक बार जब वह इस परीक्षा को पास कर लेती है, तो एक प्रशिक्षु ड्राइविंग के लिए तैयार होता है। यदि कोई प्रशिक्षु सड़क परीक्षण में विफल रहता है तो उसे दूसरे चरण के व्यावहारिक प्रशिक्षण के चार घंटे से गुजरना होगा।
स्कूल परीक्षक और ट्रेनर, अबरार अल-मुहिसानी ने कहा कि उनके कार्यों में सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण के बाद परीक्षण आयोजित करना शामिल था।
इसी महीने महिलाओं को लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। सऊदी अरब दुनिया का आखिरी देश था, जहां अब तक महिलाओं की ड्राइविंग पर रोक थी। हालांकि, प्रिंस सलमान के विजन 2030 के मद्देनजर देश में महिलाओं को कई क्षेत्रों में अधिकार दिए जा रहे हैं।