56 पुलों के लिए नहीं मिले ठेकेदार

रांची 24 मई : झारखंड के इन्तहा मुतासिर (उग्रवाद) इलाकों में पुलों के तामीर के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं। बार-बार टेंडर निकाला जा रहा है, पर एक भी ठेकेदार टेंडर नहीं भर रहा है। यह हालत दूर गांवों की सड़कों पर पुल बनाने की नहीं है, बल्कि कौमी हाई वे की है। सात बार टेंडर के बावजूद 56 पुलों के लिए ठेकेदार नहीं मिले हैं। इन मंसूबों को साल 2011 में ही मंजूरी मिली थी। इस तरह एनएच 75, एनएच 99 और एनएच 100 के लिए मंज़ूर करीब 100 करोड़ की पुल मंसूबाबंदी लटक गयी है।

महकमा के इंजीनियरों के मुताबिक, इन्तहा मुतासिर (उग्रवाद) इलाका होने की वजह से ठेकेदार काम लेने से कतरा रहे हैं। ठेकेदार काम लें, इसके लिए महकमा के सतह से भी पहल की गयी। ठेकेदारों से बात की गयी, फिर भी ठेकेदार टेंडर नहीं डाल रहे हैं।

मर्क़जी हुकूमत ने झारखंड में आठ पैकेज के तहत 86 पुलों के तामीर की मंजूरी दी थी। इसमें से एक पैकेज का टेंडर पांचवीं बार फाइनल हुआ, जबकि दीगर दो पैकेज का टेंडर सातवें टेंडर में फाइनल हो गया। बाकी पांच पैकेज के लिए एक भी ठेकेदार नहीं मिले। इन पांच पैकेज में कुल 56 पुल हैं। उग्रवादियों के डर से कोई काम लेने को तैयार नहीं