हुकूमत ने रियासतों में मर्कज़ी इआनत के साथ और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल्स को फ़रोग़ देते हुए 58 नए मैडीकल कॉलेजस क़ायम करने की तजवीज़ को मंज़ूरी देदी ,जिस के साथ मज़ीद 5,800 एमबीबीएस नशिस्तों की गुंजाइश फ़राहम होगी।
मौजूदा तौर पर मुल्क भर में लग भग 50,000 एमबीबीएस नशिस्तें पाई जाती हैं और हुकूमत इन में इज़ाफे के लिए कोशां हैं ताकि डाक्टरों की क़िल्लत का मसला दूर होसके। काबीनी कमेटी बराए मआशी उमूर ने मौजूदा ज़िला हॉस्पिटल्स से मुल्हिक़ नए मैडीकल कॉलेजस क़ायम करने के लिए विज़ारत-ए-सेहत और ख़ानदानी बहबूद की तजवीज़ मंज़ूर करली।
वज़ीर फाईनानस पी चिदम़्बरम ने काबीनी इजलास के बाद अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि मर्कज़ी इआनत का हिस्सा 8,457.40 करोड़ रुपये रहेगा और रियासतों / मर्कज़ी ज़ेर-ए-इंतेज़ाम इलाक़ों का हिस्सा 2,513.70 करोड़ रुपये रहेगा। एक मैडीकल कॉलेज के क़ियाम की जुमला लागत तक़रीबन 189करोड़ रुपये होती है।