59 अमरीकी ड्रोन हमलों में 548 अफ़राद जांबाहक़

वाशिंगटन यकम जनवरी (एजैंसीज़) 2011-के दौरान अमरीका ने पाकिस्तान के क़बाइली इलाक़ों पर 59 ड्रोन हमले किए जिन में 548 अफ़राद जांबाहक़ और मुतअद्दिद ज़ख़मी होगए, 6 नवंबर को नाटो हमला के बाद से क़बाइली इलाक़ों में ड्रोन हमले मुअत्तल हैं। अमरीकी हुक्काम के मुताबिक़ पाकिस्तान के साथ कशीदा ताल्लुक़ात को प्वाईंट आफ़ नो रिटर्न तक जाने से बचाने के लिए हमले आरिज़ी तौर पर रोक दिए गए हैं जबकि पाकिस्तान ने अपनी हदूद में दाख़िल होने वाले ड्रोन तय्यारों समेत किसी भी तय्यारे को मार गिराने के अहकामात जारी किए हैं।

साउथ एशीया टियर अज़म पोर्टल के जारी करदा आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ सब से ज़्यादा हमले और हलाकतें जून 2011-में हुईं जिस में 108 मुबय्यना मुश्तबा अफ़राद मारे गए, इस के बाद सब से हलाकत ख़ेज़ महीना मार्च रहा जिस में 84 अफ़राद मारे गए जबकि डसमबर में कोई ड्रोन हमला नहीं हुआ, जनवरी में 42, फरवरी में 20, मार्च में 84, अप्रैल में 32, मई में 56, जून में 108 जुलाई में 58, अगस्त में 48, सितंबर में 12, अक्टूबर में 53 और नवंबर में 36 अफ़राद हलाक हुए।

यकमक जनवरी को जुनूबी वज़ीरस्तान चार हमलों में 21 अफ़राद हलाक और मुतअद्दिद ज़ख़मी हुए। 19 जनवरी 7 अफ़राद हलाक और 3 ज़ख़मी हुए। 23 जनवरी को मीर अली में 13 अफ़राद मारे गई। 20 फरवरी को आज़म वरसिक में 6 जबकि 21 फरवरी को मीर अलीमें 9 अफ़राद निशाना बनी। 24 फरवरी दत्ता ख़ैल 4 अफ़राद जांबाहक़ हुई। 8 मार्च को वाना में 5 अफ़राद जांबाहक़ और 3 ज़ख़मी हुई। 11 मार्च को मीर अली में 12 अफ़राद मारे गई।

14 मार्च को शुमाली और जुनूबी वज़ीरस्तान में 2 ड्रोन हमले हुए जिन में 10 अफ़रादजांबाहक़ हुए। 17 मार्च को दत्ता ख़ैल में 5, 18 मार्च को नेवाडा मैं जरगा पर हमले में 41 अफ़राद जांबाहक़ हुए। 13 अप्रैल को बागड़ चीना पर हमले में हक़्क़ानी ग्रुप के 8 मुबय्यनाजंगजू हलाक हुई। 22 अप्रैल को हुस्न ख़ैल में 25 अफ़राद हमले की नज़र हुई। 6 मई को दत्ता ख़ैल में 10 अफ़राद मारे गई। 10 मई को अंगूर अड्डा में 5 अस्करीयत पसंद हलाक हुए।

12 मई दत्ता ख़ैल में 8 अफ़राद, 13 मई को दत्ता ख़ैल में 4 अफ़राद, 16 मई को मीर अली में 10 जबकि 18 मई को अलक़ायदा-ओ-रहनुमा नईम अब्बू इक्का बेटा मीर अली में मारा गया। 20 मई को रज़मक में एक गाड़ी पर दो मिज़ाईल हमलों में 6 अफ़राद जांबाहक़ हुए।