नाबालिग लड़की से नाज़ायज़ ताल्लुकात की वजह से पैदा हुए एक नव मौलूद (Newborn) बच्चे को उसके वालिद के साथ यहां जिला जेल में अपना बचपन गुजारना पड़ रहा है, जबकि अदालत ने उसकी वालिदा को नारी निकेतन भेज दिया है|
पब्लिक प्रासीक्यूटर महेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने बताया कि नौजवान लड़की को पुलिस ने मुल्ज़िम के साथ गुजश्ता 27 नवंबर को गिरफ्तार किया था और जिला अदालत ने इब्तिदायी सुनवाई के बाद मुल्ज़िम विकास को उसके छह माह के बच्चे को पालने की जिम्मेदारी सौंपते हुए जेल भेज दिया है, जबकि लड़की को नारी निकेतन भेजा गया है|
उन्होंने कहा कि कानूनन किसी बच्चे की जिम्मेदारी उसकी नाबालिग मां को नहीं सौंपी जा सकती है| उन्होंने कहा कि पुलिस ने लड़की के अगवा करने और रेप /बलात्कार के इल्ज़ाम में विकास को गुजश्ता 27 नवंबर को करीब के गांव जीमनी से गिरफ्तार किया गया था और दोनों को गुजश्ता जुमे के रोज़ नवमौलूद बच्चे समेत अदालत में पेश किया गया था, जहां से मुल्ज़िम को बच्चे की जिम्मेदारी सौंपते हुए जेल भेज दिया गया था|
मुरैना जिला जेल के सरबराह दाताराम मौर्य ने बताया कि तीन-चार दिनों में ही यह नवमौलूद मासूम जेल के अहलकारों का दुलारा बन गया है और ज़ेर ए गौर कैदी विकास के साथी कैदी भी उसका ध्यान रख रहे हैं |
उन्होंने कहा कि जब तक अदालत से अगला हुक्म नहीं मिलता, तब तक तो बच्चा यहीं रहेगा. मौर्य ने कहा कि इस बच्चे के लिए जेल इंतेज़ामिया की ओर से दूध का पैकट और दूध की बोतल का इंतजाम किया गया है| बच्चे की मां नाबालिग है, इसलिए उसे मां के साथ नहीं रखा जा सकता है|