कारकर्दगी पूछने वालों ने साठ साल में किया क्या? इंतेख़ाबी रैलियों से ख़िताब
वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी ने सदर कांग्रेस सोनिया गांधी पर जवाबी तन्क़ीद की जिन्होंने उनकी हुकूमत पर इंतेख़ाबी वादों को पूरा ना करने का इल्ज़ाम आइद किया। उन्होंने कहा कि इक़्तेदार में आने के चार माह में कारकर्दगी पूछने वालों ने गुज़िश्ता 60 साल के दौरान बहुत कम काम किया है।
नरेंद्र मोदी ने यहां इंतेख़ाबी रैली से ख़िताब करते हुए वो मुझ से मेरे काम के बारे में पूछ रहे हैं। उन्होंने गुज़िश्ता 60 साल के दौरान किया क्या। मुझे 60 माह का मौक़ा दिजिए और में मुल्क की मुश्किलात दूर कुर्दोंगा। महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर को असेम्बली इंतेख़ाबात हैं और बीड लोक सभा नशिस्त पर ज़िमनी इंतेख़ाब होरहे हैं और यहां भी उसी दिन राय दही होगी।
मर्कज़ी वज़ीर गोपी नाथ मुंडे की दिल्ली में सड़क हादिसे में मौत के बाद यहां ज़िमनी इंतेख़ाबात नागुज़ीर होगए हैं। साबिक़ कांग्रेस-एन सी पी इत्तेहाद पर तन्क़ीद करते हुए उन्होंने कहा कि दोनों जमातें एक ही सके के दो रुख़ हैं। ये दोनों क़ौम पसंद नहीं बल्कि बद उनवान जमातें हैं।
वज़ीर-ए-आज़म ने रियासत में बी जे पी को मुकम्मल अक्सरीयत से कामयाब बनाने की ख़ाहिश की और कहा कि उन की पार्टी तरक़्क़ी के हक़ में है। क़ब्लअज़ीं करनाल (हरियाणा) में इंतेख़ाबी जलसे से ख़िताब करते हुए मोदी ने हरियाणा को कांग्रेस से छुटकारा दिलाने पर ज़ोर दिया और अराज़ी अस्क़ाम-ओ-मुख़ालिफ़ किसान पालिसियों पर शदीद तन्क़ीदों का निशाना बनाया।
उन्होंने सवाल किया कि रियासत में किस ग़रीब को अराज़ी हासिल हुई है। हालाँकि हज़ारों ऐकऱ् अराज़ी का कोई हिसाब किताब नहीं। आख़िर ये आराज़ीयात किस ने हासिल की? उन्होंने कहा कि अराज़ी मामलात हमेशा कांग्रेस की देन रहे हैं। उन्होंने सदर कांग्रेस सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वड्रा का बिलवासता हवाला दिया जिन्हें समझा जाता है कि अराज़ी मामलात में हूड्डा हुकूमत ने मदद की थी।
उन्होंने रियासत की पसमांदगी के लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार क़रार दिया। कांग्रेस को बेदखल करने लोक सभा इंतेख़ाबी नारे को जारी रखते हुए वज़ीर-ए-आज़म ने कहा कि रियासत की तरक़्क़ी यक़ीनी बनाने के लिए बी जे पी को भरपूर अक्सरियत से कामयाब बनाना ज़रूरी है।