पटना 22 मई : वर्कशॉप का आगाज़ करतीं समाजी बहबूद वजीर परवीन अमानुल्लाह का मकसद ख्वातीन को बेदार बनाना, खानदानों को जोड़ना, ख्वातीनों को इज्ज़त दिलाना उन्हें खुला मौक़ा फराहम करना उनके साथ हो रहे ताअसब को मिटाना आज खातून तालीम याफ्ता हैं, कई मुमताज़ ओहदों पर काम भी कर रही है, इसके बावजूद 60 फीसद खानदानों में ख्वातीन घरेलू तशादुद की शिकार हैं।
ये बातें समाजी बहबूद वजीर परवीन अमानुल्लाह ने कहीं। मंगल को खातून तरक्की कॉर्पोरशन की तरफ से ‘घरेलू तशादुद से ख्वातीन का टहफुज़ एक्ट 2005’ पर मुनाक्किद वर्कशॉप को खेताब करते हुए उन्होंने कहा कि घरेलू तशादुद की शिकार 90 फीसद ख्वातीन अदालत नहीं जाना चाहती हैं, जिससे वे शिकायत नहीं कर पाती हैं। ख्वातीनों को महफूज़ माहौल देने के लिए महकमा ने ख्वातीन तरक्की कॉर्पोरशन और पुलिस की शराकत से स्पेशल डेस्क बना कर काम करने का फैसला लिया है। इससे ख्वातीन थानों में केस दर्ज करा सकेंगी। खातून अफसर काउंसेलिंग के जरिये मामलों का निबटारा करेंगी। मौके पर 23 खातून थानों की पुलिस अहलकारों समेत खातून हेल्पलाइन की प्रोजेक्ट मेनेजर मौजूद थीं।