सरकारी रकम के गबन के इल्ज़ाम में फरार चल रहे पंचायत रोजगार सेवक (पीआरएस) अभिनव भारती पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसे छबीलापुर से राजगीर लौटते वक़्त दबोचा गया। वह राजगीर के लोदीपुर गांव का रहने वाला है। उस पर पीआरएस रहते 66 लाख, 26 हजार, 508 रुपए की गैर कानूनी इंखिला का इल्ज़ाम है।
लोदीपुर में पीआरएस रहते उसने 48 लाख, 83 हजार, 882 रुपए और सिलाव के गोरवां में पीआरएस रहते 17 लाख, 42 हजार, 626 रुपए का गबन किया था। उसके खिलाफ राजगीर और सिलाव में सनाह दर्ज कराई गई थी।
डीडीसी ने की थी जांच
डीडीसी ने मामले की जांच में गबन की तसदीक़ की थी। माली साल 2006-07 से ही पीआरएस इस धंधे को अंजाम दे रहा था। केस दर्ज होने के बाद से वह फरार था। राजगीर के डीएसपी नंदकिशोर रजक ने बताया कि आरोपी पीआरएस फर्जी प्राकलन, एडवाइज बुक और एमबी बुक तैयार कर फर्जी ठेकेदार के खाते में पैसा ट्रांसफर कर देता था। इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन शामिल हैं, जांच चल रही है।