72 साल बाद लुधियाना के उमर मस्जिद में मुसलमानों ने पढ़ी नमाज

लुधियाना: पंजाब के फगवाड़ा में स्थित पछले 72 सालों से बंद पड़ी मस्जिद को मुसलमानों को लौटा दी गई है। 16 दिसंबर को स्थानिय लोगों में सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए यहां दोबारा नमाज शुरु करवाई।

भारत विभाजन के बाद से बंद पड़ी यह मस्जिद फगवाड़ा के सराय रोड चौक पर स्थित है। इस मस्जिद को शाही इमाम मौलाना ओवैस-उर-रहमान, कश्मीर मोहम्मद मुस्लिम के प्रयासों से खुलवाया गया। मस्जिद में पहली नमाज लुधियाना से आए पंजाब के नायब शाही इमाम मौलाना उस्मान रहमानी ने अदा करवाई। इसमें शहर से आए बड़ी संख्या में मुस्लिम लोगों ने शिरकत की। शाही इमाम मौलाना ओवैस-उर-रहमान और जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के सर्कल प्रधान सरबर गुलाम सब्बा ने इसे हिन्दू-सिख भाईचारे का मिसाल बताया और इसके लिए आभार प्रकट किया। इस दौरान एक सभा का भी आयोजन किया गया और स्मृति चिन्ह और दोशाले भेंट किए गए।

मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधयानवी ने बताया कि 1950 में इस मस्जिद में जब पहली नमाज पढ़ाई गई तो उस समय केवल तीन लोग मैजूद थे। लेकिन आज इस क्षेत्र में इतने सारे मुसलमान हैं। उन्होंने बाताया कि  चार महीने पहले एक सांप्रदायिक दंगा फगवाड़ा जामा मस्जिद के बाहर भड़क उठी थी, लेकिन आज की घटना से साबित होता है कि सिखों, हिंदुओं और पंजाब के मुसलमानों को एक दूसरे से प्यार है और सांप्रदायिक तत्वों को उन्माद फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।