75 दिन में एक कदम नहीं चली हुकूमत

झारखंड में हेमंत सोरेन की हुकूमत बने 75 दिन पूरे हो गये। हुकूमत ने इत्तिहादी पार्टियों के साथ मिल कर मुश्तरका प्रोग्राम तैयार किया था। 29 जुलाई को इसकी ऐलान हुई थी। 122 एजेंडे तय किये गये थे। हुकूमत ने तरक़्क़ी मंसूबों को रफ्तार से लागू करने की बात कही थी। सेहत, तालिम, पीने का पानी, सड़क जैसी बुनियादी सहूलतों को बेहतर करने और इस सिम्त में रफ्तार से काम करने का वादा किया था। प्रोग्राम तय किये गये। 13 महकमों के लिए तरजीह तय की थी। मुश्तरका प्रोग्राम को वक़्त मुद्दत में पूरा करने की भी ऐलान हुई थी। तीन महीने के लिए एजेंडा तय किया था। पर इसे लागू करने की सिम्त में हुकूमत एक कदम भी नहीं बढ़ सकी।

नहीं बनी पूरी कमेटी : मुश्तरका प्रोग्राम के अमल के लिए कांग्रेस ने जयराम रमेश की सदारत में कमेटी की ऐलान की थी। कांग्रेस के सुबाई सदर सुखदेव भगत, वज़ीर राजेंद्र प्रसाद सिंह, साबिक़ एसेम्बली रुक्न मनोज यादव और कांग्रेस लीडर देवेंद्र नाथ चंपिया रुक्न बनाये गये थे।
कमेटी में झामुमो के दो और राजद के एक रुक्न को शामिल किया जाना तय था। मुश्तरका प्रोग्राम के अमल के लिए पूरी कमेटी अब तक नहीं बन पायी। झामुमो और राजद ने अब तक अपने आरकीन के नाम नहीं दिये हैं।