कटरा, कटरा की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में छह श्रद्धालुओं के साथ जान गंवाने वाली महिला पायलट की सूझबूझ ने जमीन पर कई लोगों की जिंदगी बचा ली। सोमवार को हादसे का जायजा लेने पहुंचे राज्य के उप मुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने कहा कि पंख जाम होने और आग लगने के बावजूद पायलट ने विमान को आबादी से दूर ले जाते हुए खाली जगह पर उतारने की नाकाम कोशिश की।
सिंह ने कहा, शुरुआती जांच के अनुसार, टेल रोटर में एक पक्षी फंस गया था, जिससे इसने काम करना बंद कर दिया। नीचे का क्षेत्र घनी आबादी वाला था, लेकिन पायलट ने नए बस स्टैंड के निकट लैंडिंग कराने की कोशिश की। उन्होंने कहा, विमान के नीचे की तरफ आने पर, इसका टेल रोटर बिजली के तारों में फंस गया और इसमें आग लग गई।
मरने वालों में एक नवविवाहित जोड़ा है। मरने वालों की पहचान हैदराबाद की पायलट सुमिता विजयन, जम्मू के अर्जुन सिंह, महेश और वंदना, दिल्ली के सचिन, अक्षिता और आर्यनजीत के रूप में हुई है। निर्मल सिंह ने कहा कि शवों को जल्द पोस्टमार्टम के बाद जम्मू और दिल्ली भेजने के लिए व्यवस्था की गई है।
डीजीसीए और राज्य सरकार अलग-अलग जांच कराएगी
डीजीसीए ने कहा कि विमान हादसा जांच ब्यूरो दुर्घटना की जांच कर रहा है। उसका दो सदस्यीय दल को दुर्घटनास्थल पर भेजा गया है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने अलग से मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश भी दिए हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रियासी की डीएम सुषमा चौहान जांच की अध्यक्षता करेंगी। हिमालयन हेली सर्विस की निदेशक वांचुक शामशु ने खराब मौसम को हादसे की वजह मानने से इनकार किया है।