दुनिया की तरक़्क़ी याफ्ता क़ौमों में शामिल होने के बावजूद लाखों बर्तानवी बाशिंदे लिखना पढ़ना नहीं जानते जिस का इन्किशाफ़ World Literacy Foundation की एक हालिया रिपोर्ट में किया गया है ।
इस रिपोर्ट के मुताबिक़ 80लाख से ज़ाइद बर्तानवी शहरी दुरुस्त तरीक़े से लिखना पढ़ना नहीं जानते और बेशतर अफ़राद नौकरी के लिए एक मुनासिब दरख़ास्त लिखने की भी सलाहीयत नहीं रखते । इस ख़राब सूरत-ए-हाल का ज़िम्मेदार बर्तानिया के निज़ाम तालीम को टहराया गया है जिससे गुज़रकर आने वाले नौजवानों की एक बड़ी तादाद दवाओं का लेबल पढ़ने और चेक बुक इस्तेमाल करने के काबिल भी नहीं है ।