गाँव पोखरी की कहानी: दलित कर रहे खुले में शौच, मोदी सरकार बता रही स्वच्छ है गाँव

भारत में प्रधानमंत्री मोदी के ‘स्वच्छ भारत’ अभियान में महाराष्ट्र के जिस पोखरी गांव को सरकार  एक साल पहले खुले में शौच मुक्त घोषित कर चुकी है वहीँ इस गाँव में कुछ पिछड़ी जाति के लोग भी रहते हैं जिन्होंने दावा किया है कि सरकार किस मुह से हमारे गाँव को खुले में शौच मुक्त घोषित करती फिर रही है क्योंकि वह लोग तो अभी भी खुले में ही शौच के बाध्य हैं दरअसल उन्हें शौचालय बनाने के लिए अभी धनराशि नहीं मिली है। इसी गाँव की दलित गंगा साय जोकि पोखरी के बाहरी हिस्से में रहती है और आंशिक रूप से लकवाग्रस्त है का कहना है कि मेरी एक ही इच्छा है कि मेरे घर में शौचालय बन जाए ताकि मुझे खुले में शौच के लिए जाने से छुटकारा मिल सके। हम लोग खुद शौचालय नहीं बना सकते जबकि गाँव के उची जाति के किसानों ने अपने लिए घरों में  शौचालय बनवाये हुए हैं।

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