दुनिया के महान फुटबॉलर क्रिस्टिनो रोनाल्डो को दिग्गज ऑटोबोमाइल कंपनी फिएट ने करीब 890 करोड़ रुपए में खरीदा है। लेकिन मामला ने तूल पकड़ लिया क्योंकि कंपनी के मालिकों के इस फैसले का विरोध करते हुए इटली में फिएट फैक्ट्री के वर्कर्स ने हड़ताल करने का ऐलान किया है।
फिएट क्रिस्लर ऑटोमोबाइल यूनियन ने रोनाल्डो को जुवेंटस फुटबॉल क्लब द्वारा खरीदे जाने की आलोचना की है। जुवेंटस फुटबॉल क्लब का मालिकाना हक एगनेली फैमिली के पास बीते 90 साल से है और इस फैमिली का कंट्रोल फरारी और फिएट क्रिस्टलर पर है।
कंपनी के कर्मचारियों का कहना है कि एक ओर FCA और CNHI वर्कर्स आर्थिय रूप से नुकसान उठा रहे हैं, वहीं कंपनी के मालिक एक प्लेयर को खरीदने पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने दक्षिणी इटली में मौजूद मेल्फी प्लांट में 15 जुलाई की शाम 10 बजे से 17 जुलाई की शाम 6 बजे तक हड़ताल करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि इन पैसों का इस्तेमाल नौकरी पैदा करने वाले निवेशों जैसे बेहद कारों को बनाने पर किया जाना चाहिए।
कंपनी के कर्मचारी यूनियन का कहना है कि हम सभी एक ही मालिक के कर्मचारी हैं लेकिन इस सामाजिक दिक्कतों के वक्त इस तरह का भेदभाव बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। कंपनी को ऐसी कारों पर इन्वेस्ट करना चाहिए जो हजारों लोगों के भविष्य को सुरक्षित रख सके, न कि केवल एक सम्पन्न किया जाए।
हालांकि कर्मचारियों से उलट कंपनी मैनेजमेंट का मानना है कि अगर रोनाल्डो जुवेंटस को UEFA चैम्पियन लीग के फाइनल तक ले जाते हैं जो एक साल में ही करीब 5.83 करोड़ डॉलर की लागत का मीडिया एक्सपोजर मिल जाएगा। जिसका सीधा फायदा कंपनी को मिल सकता है।