बैंकॉक : प्रांतीय गवर्नर ने सोमवार को कहा था कि अधिकारियों ने उत्तरी चियांग राय प्रांत में गुफाओं में गायब होने वाले सभी 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच की खोज कर ली है, जो 9 दिनों से लापता हो गए थे । नारोंगसाक ओसोट्टानाकोर्न ने एक टेलीविजन में कहा, “सभी 12 किशोर और उनके फुटबॉल कोच खोज लिए गए हैं, वे सभी जीवित हैं। नौसेना के गोताखोरों ने उन्हें तथाकथित पट्टाया बीच गुफा में पाया, जिसके लिए वे इस अभूतपूर्व ऑपरेशन के पहले दिन से जोर दे रहे थे।”
राज्यपाल ने कहा कि नौसेना के चिकित्सकों और गोताखोर लड़कों और उनके कोच को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के लिए घटना स्थल पर गए और उन्हें प्रथमिक उपचार दिए, जो उस क्षेत्र में भारी बाढ़ की वजह से उस गुफा में फंस गए थे। ये सभी लोग 23 जून की शाम फ़ुटबॉल का अभ्यास करने के बाद उत्तरी थाईलैंड की एक गुफा देखने गये थे. लेकिन बाढ़ के पानी के कारण सभी गुफा के अंदर फंस गये. बचाव दल के अनुसार गुफा में फंसे बच्चों और उनके कोच ने गुफा के भीतर कोई ऐसी जगह तलाश ली थी जिससे वे बाढ़ के पानी की चपेट में आने से बच गये.
बहरहाल, थाई सेना की मदद से अब इन बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. थाई सेना का कहना है कि बच्चों को बाहर निकालने में चार महीने तक का समय लग सकता है. गुफा में फ़ोन लाइन बिछाई गई है. इससे वो अपने परिजनों के संपर्क में रह सकेंगे. ज़ाहिर तौर पर इससे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा.
गुफा में रोशनी का इंतज़ाम करना बचाव दल के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. क्योंकि बिना रोशनी के ये बच्चे दिन और रात में अंतर नहीं कर पायेंगे. ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर रसल फ़ॉस्टर ने अनुसार, बिना रोशनी के ‘बॉडी क्लॉक’ गड़बड़ा जाती है, जिसका सीधा असर मनोस्थिति पर पड़ता है. बचाव दल गुफा में लाइटें लगायेंगे. इन लाइटों को दिन और रात के हिसाब से जलाया बुझाया जायेगा. ज़मीन पर वापस लौटने के बाद इन बच्चों को सामान्य होने में भी कुछ वक़्त लगेगा.
सात गोताखोरों का दल जिसमें डॉक्टर और नर्स भी शामिल हैं, गुफा तक पहुँचने में कामयाब रहे हैं. इस बीच, गुफा में फंसे बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचावकर्मी कई तरीकों पर विचार कर रहे हैं. गुफा के अंदर से पानी निकालने का प्रयास किया जा रहा है. इससे पहले, थाईलैंड की सेना ने कहा था कि बच्चों को बाहर निकलने के लिए तैराकी सीखनी होगी या फिर उन्हें बाढ़ का पानी खत्म होने तक महीनों इंतज़ार करना होगा. सेना ने बताया कि अगर गोताखोरी का विकल्प फेल होता है तो उनके लिए चार महीने का खाना भेजा जाएगा.
यह माना जा रहा है कि समूह में कई बच्चों को तैरना नहीं आता है. कई दिनों तक भूखे रहने के कारण कुछ बच्चे कमज़ोर हो गए हैं. अधिकारियों ने संवाददाताओं से कहा कि एक डॉक्टर और एक नर्स सहित सात गोताखोर गुफा के अंदर बच्चों के साथ हैं. वो सभी बच्चों की देखभाल और उनका मनोरंजन कर रहे हैं. सेना के अधिकारी ने यह भी कहा है कि स्थिति बहुत ज्यादा खराब रही तो उन्हें चार महीने तक अंदर रहना पड़ सकता है.
थाईलैंड की चियंग राय स्थित टैम लूंग गुफा में फंसे बच्चों को खोजने के लिए थाईलैंड सरकार ने ब्रिटेन के तीन ‘केव एक्सपर्ट’ वोलेनथन, रिचर्ड स्टेनटोन और रॉबर्ट चार्ल्स हार्पर को मदद के लिए बुलाया था. इससे पहले उनकी खोज में हज़ारों लोग लगे हुए थे. सोमवार की रात को ब्रिटेन से आए विशेषज्ञों ने उन्हें खोज निकाला. ये सभी 23 जून को लापता हो गए थे. यह माना जा रहा है कि ये सभी उस समय गुफा के अंदर गए थे, जब ये सूखा था. अंदर जाने के बाद भारी बारिश हुई, जिससे गुफा पानी से भर गया.
ये सभी गुफा के मुहाने से करीब चार किलोमीटर अंदर पाए गए हैं. बच्चों की साइकिलें गुफा के मुहाने पर मिली थी. मौजूदा परिस्थितियों में फंसे बच्चे और उनके कोच को बाहर निकलाना चुनौतीपूर्ण है. बारिश के मौसम में यह गुफा अक्सर पानी से भर जाती है, जिसे सूखने में सितंबर-अक्टूबर लग जाते है. विशेषज्ञों का कहना है कि गुफा के अंदर कीचड़ और रोशनी की कमी है, जिसकी वजह से उनका बाहर आना खतरों से खाली नहीं है. गुफा के अंदर से पानी निकालने के प्रयास अभी तक सफल नहीं हुए हैं. कुछ टीम पहाड़ को तोड़ने में लगी है ताकि गुफा के अंदर जाने का कोई दूसरा रास्ता खोजा जा सके.