गुजरात चुनाव के लिए जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे तरह-तरह के राजनीतिक हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. कही वीडियो में कांट-छांट कर अर्थ का अनर्थ किया जा रहा है तो कहीं किसी की निजी जिन्दगी तक को नहीं बख्शा जा रहा है.
ठीक ऐसा ही एक मामला कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने को लेकर आया है. पहले तो पीएम मोदी ने राहुल के मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर आपत्ति जताई थी और कहा था कि सोमनाथ मंदिर उनके नाना-परनाना ने नहीं बनावाया था. अब ताजा मामला मंदिर में विजिटर रजिस्टर में साइन किए जाने को लेकर है.
मंदिर में आने वाले हिन्दू और गैर हिन्दुओं के लिए रजिस्टर रखे गए हैं. कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने गैर हिन्दू रजिस्टर में साइन किया है. इस खबर को मीडिया में भी उछाला जा रहा है. लेकिन लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में राहुल गांधी के गैर हिन्दू रजिस्टर में साइन करने की बात पूरी तरह से झूठी निकली है.
रजिस्टर में जो नाम लिखा है वह “राहुल गांधी जी” है. क्या राहुल गांधी अपने नाम के साथ जी लिखेंगे. ये बात हज़म होने लायक नहीं है. राहुल गांधी के नीचे अहमद पटेल का नाम लिखा है. दोनों की हैंडराइटिंग एक जैसी है. आप देख लीजिए. आने वाली जगह के खाने में डेल्ही और सेक्स में एम हूबहू एक दूसरे से मिल रहे हैं.
राहुल गांधी अंग्रेजी माध्यम से पढ़े लिखे हैं. वो कर्सिव इंग्लिश लिखते हैं जिसका मतलब होता अंग्रेजी का एक लेटर दूसरे के साथ जुड़ा होता है. लेकिन रजिस्टर पर सभी लेटर एक दूसरे से अलग हैं. अमूमम ये वही लिखता है जिसकी शुरुआती तामील अंग्रेजी में ना हो. इससे जाहिर होता है कि राहुल गांधी ने खुद रजिस्टर नहीं भरा है. बल्कि किसी और ने भरा है. आशंका इस बात की है कि राहुल गांधी को फंसान के लिए ये राजनीतिक साजि़श की गई है. उनको बदनाम करने के लिए इसे उछाला गया है.
Ambassador Meera Shankar, UPA’s representative in US, had referred to Sonia Gandhi as a Christian leader. The reference was soon deleted. Now Rahul Gandhi declares he is a non-Hindu but their election affidavits claim that they are Hindus. Gandhis lying about their faith? pic.twitter.com/iFE4AhVnRM
— Amit Malviya (@amitmalviya) November 29, 2017
Clarification: There is only one visitor's book at Somnath Temple that was signed by Congress VP Rahul Gandhi. Any other image being circulated is fabricated.
Desperate times call for desperate measures? pic.twitter.com/KOokFOH83z
— Congress (@INCIndia) November 29, 2017