न्यूयार्क 24 दिसमबर (एजैंसीज़) अमरीका के वफ़ाक़ी जज ने अपने एक नामुकम्मल और नाक़िस फ़ैसले में 11 सितंबर 2001 के दहश्तगर्द हमलों केलिए ईरान, तालिबान और अलक़ायदा को ज़िम्मेदार क़रार दिया है । जज जॉर्ज डेनियलस ने गुज़शता रोज़ मैनहैटन में अपने फ़ैसला पर दस्तख़त की। क़ब्लअज़ीं उन्हों ने 10 साल से जारी इस मुक़द्दमा की गुज़शता हफ़्ता जर्राह पर समाअत की थी। इन की दस्तख़त शूदा रोलिंग जिस का उन्हों ने गुज़शता हफ़्ता वाअदा भी किया था, दरअसल 9/11 दहश्तगर्द हमलों के मुतास्सिरीन और महलोकीन के अरकान ख़ानदान की तरफ़ से दायर करदा 100 बिलीयन अमरीकी डालर हर्जाने की अदायगी से मुताल्लिक़ मुक़द्दमा का हिस्सा है ।
उन्हों ने माबाक़ी दरख़ास्तों की समाअत के लिए मजिस्ट्रेट जज को हिदायत की है । इन दरख़ास्तों में मुआवज़ा का ताय्युनऔर नुक़्सानात की पा बजाए भी शामिल है । डाएनीलस ने कहा कि दरख़ास्त गुज़ारों ने इन हक़ायक़ के बारे में सबूत पेश किया है के 2001-ए-के हमला दरअसल अलक़ायदा को पहुंचाई जाने वाली मदद का नतीजा थी। तहक़ीक़ात में ये भी कहा गया है के ईरान कीजानिब से अलक़ायदा को मुसलसल मवाद और हिमायत फ़राहम की जा रही है ।
इलावाअज़ीं अलक़ायदा की क़ियादत और इस के अस्करीयत पसंदों को महफ़ूज़ पनाह गाहें फ़राहमकिए जा रहे हैं। गुज़शता हफ़्ता अदालत में इस मुक़द्दमा की समाअत के दौरान मुतास्सिरीन के अरकान ख़ानदान ने लगातार 4 घंटों तक बेहस की समाअत की। इस मौक़ा पर उन के वुकला ने सबूत पेश के साथ ये दावा किया कि वर्ल्ड ट्रेड सैंटर, पीनटगान के इलावा पैंसिलवा नया में एक खेत पर हमला करने वाले तय्यारों के अग़वा कुनुन्दगान को ईरान की जानिब से बड़े पैमाने पर मदद की गई थी। ईरान के 3 मुनहरफ़िन ने भी इस सबूत की ताईद में ब्यान दिया था।