9/11 हमलों ने सलीबी ताक़तों को दहला दिया , अरब में अमरीका का लार बाक़ी नहीं रहा

अरब बग़ावतों से मशरिक़-ए-वुसता में अमरीका के तमाम अंदाज़े ग़लत मग़रिबी ममालिक देरीना हलीफ़ों से महरूम ,
एमन अलज़वाहरी का नया वीडीयो टेप
दुबई । /13 सितंबर ( राइटर्स) अलक़ायदा के नए सरबराह एमन अलज़वाहरी ने मशरिक़ वुसता में दहला देने वाले अवामी इन्क़िलाबों की हिमायत की है और कहा है कि अमरीका पर हुए 9/11 हमलों के बाद अरबों में अब अमरीका का कोई डर ख़ौफ़ बाक़ी नहीं रहा । अमरीका पर हुए 9/11 दहश्तगर्द हमलों की 10 वीं बरसी के मौक़ा पर मंगल को इस्लामी वैबसाईटस पर जारी करदा ताज़ा तरीन वीडीयो टेप में एमन अलज़वाहरी ने कहा कि वाशिंगटन , न्यूयार्क और पनसलवीनया पर मुबारक हमलों के बाद 10 साल गुज़र चुके हैं । इस ताक़तवर वाक़िया ने आलमी सलीबी ताक़तों के सतूनों को ना सिर्फ दहला दिया था और बदस्तूर दहला रहा है । मिस्र के शहरी एमन अलज़वाहरी ने जो ऐबट आबाद में मई के दौरान उसामा बिन लादन की अमरीका खु़फ़ीया फ़ौजी कार्रवाई में हलाकत के बाद अलक़ायदा की क़ियादत सँभाले हैं अपने ताज़ा तरीन वीडीयो टेप में मशरिक़ वुसता में पैदा शूदा अवामी इन्क़िलाब की लहर की सताइश की है । जिस की रो से इस साल मिस्र , तीवनस और लीबिया में तवील अर्सा से हुक्मरानी करने वाले हाकिमों को माज़ूल होना पड़ा है । एमन अलज़वाहरी ने मुस्लमानों पर ज़ोर दिया कि वो अपने हुकमरानों को माज़ूल करदें । अरब अवाम अब ख़ौफ़-ओ-दहश्त की ज़ंजीरों से आज़ाद होचुके हैं तो अब फ़तहयाब कौन हुआ और शिकस्त फ़ाश कौन हुआ है । लेकिन अक्सर तजज़िया निगारों का कहना है कि अलक़ायदा अब अपनी एहमीयत-ओ-इफ़ादीयत से महरूम होगई है क्योंकि मशरिक़ वुसता और शुमाली अफ़्रीक़ा में अवामी करब , इज़तिराब-ओ-बेचैनी की फ़िज़ा-ए-में लाखों अवाम ने जमहूरी इस्लाहात का मुतालिबा किया है जिस में किसी इंतहापसंद तंज़ीम का बमुश्किल मामूली या फिर नहीं के बराबर ही कोई रोल रहेगा । एमन अलज़वाहरी ने अमरीका पर हुए दहश्तगर्द हमलों की 10 वीं बरसी के मौक़ा पर नागुज़ीर फ़तह का तलूअ के ज़ेर-ए-उनवान अपने एक घंटा तवील ख़िताब में अरब हुकमरानों के ज़वाल की उम्मीद ज़ाहिर की और इल्ज़ाम आइद किया कि ऐसे हुकमरान मग़रिब की हिमायत कररहे थे और इस इलाक़ा में सही इस्लाम और शरीयत पर मबनी हुक्मरानी के नफ़ाज़ में असल रुकावट रहे हैं । अलज़वाहरी ने कहा कि बग़ावतों के मुबारक अरब ज़लज़ला ने अमरीका के तमाम अंदाज़ों और मंसूबों को तहस नहस करदिया है और तग़य्युरात के नशेब-ओ-फ़राज़ में अमरीका अब अरब इलाक़ा में अपने कई इलाक़ाई हलीफ़ों से महरूम होगया है । अपने वीडीयो टेप में बंदूक़ थामे हुए नज़र आने वाले ज़वाहिरी ने कहा कि हम अल्लाह ताला से दा-ए-गो हैं कि आज़ादी-ओ-इस्तिहकाम केलिए अवामी अरब बग़ावतें अमरीका केलिए तल्ख़ मौसिम-ए-सर्मा साबित हो और एक ऐसा तारीक ग़ार बन जाएं जहां से वो ( अमरीका) बाहर निकलने ना पाए और सिर्फ शिकस्त फ़ाश ही इस का मुक़द्दर बन जाय । एमन अलज़वाहरी ने शाम के अवाम पर ज़ोर दिया कि वो बशारालासद की रिश्वतखोर और मुजरिमाना हुक्मरानी के ख़िलाफ़ अपनी जद्द-ओ-जहद जारी रखें । उन्हों ने अगरचे लीबिया में मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के 41 साला इक़तिदार को उखाड़ फेंके जाने का ख़ौरमक़दम तो क्या लेकिन इस मुहिम में नाटो के रोल की मुज़म्मत की । ज़वाहिरी के वीडीयो टेप में उसामा का एक वीडीयो पयाम भी शामिल है और इस कल्पि की सही तारीख़ वाज़िह नहीं होसकी है । इस वीडीयो कल्पि मैं उसामा ने सरमायादारी और बड़े कॉरपोरेट इदारों के ज़ुलम-ओ-इस्तिबदाद के ख़िलाफ़ अमरीकीयों को ख़बरदार किया है और कहा कि अमरीका अब दीवालीया के दहाने पर पहूंच चुका है जिस की बुनियादी वजह जंग है । ताहम उसामा के टेप में अरब इन्क़िलाब का कोई हवाला नहीं है । अलबत्ता एमन ज़वाहिरी ने दुनिया भर के मुस्लमानों पर ज़ोर दिया कि वो अमरीका के ख़िलाफ़ लड़ाई केलिए अपनी कोशिशें मर्कूज़ करें । एमन ज़वाहिरी ने कहा कि वो हर उस मुस्लमान की हौसलाअफ़्ज़ाई करते हैं जो अमरीका के ख़िलाफ़ लड़ाई केलिए अपने मुल़्क की आज़ादी का मुतमन्नी है हमें अमरीकी एजैंटों से आज़ाद करना होगा ताकि अमरीका पर ज़्यादा से ज़्यादा दबाओ डाला जा सके ।