आबिद अली खान एजुकेशन ट्रस्ट ने आंध्र प्रदेश और पड़ोसी राज्यों के अन्य जिलों में 244 केंद्रों पर उर्दू दानी ज़बान दानी और इदारा-ए-आदबियात-ए-उर्दू की इनशाई की परीक्षाओं को कराया गया।
अपने निश्चित समय के अनुसार परीक्षा 10 बजे शुरू हुई। केंद्रों पर 43000 कैंडिटेट शामिल हुए। उर्दू दान्या के लिए 180 केंद्रों में 5288 उम्मीदवारों रहें, वहीँ ज़बान दानी के लिए 7973 उम्मीदवार, और इनशा के लिए 9999 उम्मीदवार के द्वारा परीक्षा गया।
श्री किशोर, हैदराबाद विश्वविद्यालय के क्लर्क ने इस परीक्षा में लिखने के लिए अपनी खुशी व्यक्त की और कहा कि उर्दू एक बहुत प्यारी भाषा है उसने केवल 15 दिनों में उर्दू को सीखा।
श्री जे. वी. रत्नाकर ने बीबी अलवा सेंटर में उर्दू ज़बान दानी की परीक्षा लिखी। उन्होंने कहा कि उर्दू लफ्ज़ में लोगों से बात करने में मिठास आ जाती है।
सुश्री भारती देवी ने उर्दू ज़बान दानी की परीक्षा मदरसा अल बनत, उर्दू, मक्का मस्जिद में लिखी जब वह परीक्षा लिख रही थी। एग्जाम हॉल में अल्वा बीवी को देख कर वो भावुक हो गई थी। मदरसा दीनिया राशीदीया में विकलांग अल्वा बीबी परीक्षा में शामिल हुई थी। वहीँ विभिन्न केंद्रों में 12-14 साल की युवा लड़के और लड़कियों परीक्षा में जोश के साथ शामिल हुए।