उत्तर प्रदेश: मदरसों में एडमिशन के लिए मांगा जा रहा है आधार कार्ड

60 वर्षीय मदरसा जियाल उलूम, पुराना गोरखपुर में अब छात्रों को प्रवेश पाने लिए इस साल से अपना आधार कार्ड दिखाना होगा प्रिंसिपल मोहम्मद नुरुज़्ज़मां मिस्बाही का कहना है कि मदरस अधिकारियों ने इस साल से इसकी मांग करनी शुरू कर करदी है।

मदरसा के एक शिक्षक हफीज नजीरूल हसन कहते हैं  कि हम “एक मुसलमान है, ऊपर से मदरसा चलते है” क्या होगा अगर वे हमारे किसी भी छात्र को आतंक से जोड़ दें तो ?  झूठे आरोपों, निरीक्षण और छापे हो सकते हैं इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए हम लोगों ने ये क़दम उठया है, हम अब सावधान हैं। अब हम  बच्चों को एडमिशन देने से पहले आधार कार्ड मांगते हैं और उनके घर के बारे में पूछताछ करते हैं

मदरसे गरीब मुस्लिम घरों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा और आवास प्रदान करते हैं।

मदरसा जियाल उलूम में ज्यादातर छात्र आसपास के जिलों के गरीब मुस्लिम परिवार सा आते है या तो बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड से आते हैं। इससे पहले,  कभी मदरस ने  इन बच्चों के लिए अपना दरवाज़ा बंद नहीं किया था लेकिन अब ऐसा नहीं है।

मार्च में योगी सरकार आने से पहले आज तक कभी गोरख्पुर के किसी मदरसे में रेड नहीं पड़ी, लेकिन अब योगी सरकार में हुए मदरसों में रेड के बाद एक दहशत का माहौल है