आज ही के दिन हुआ था आंध्र प्रदेश का गठन

आंध्र प्रदेश भारत का पहला राज्य था जिसे मद्रास प्रांत से भाषाई आधार पर अलग कर 1 नवंबर 1953 को नया राज्य बनाया गया

26 जनवरी 1950 को लागू हुए भारतीय संविधान में अंग्रेजी के साथ हिंदी को भारत की राज काज की भाषा बनाया गया। माना गया कि अगले 15 साल में धीरे धीरे अंग्रेजी का प्रभाव खत्म कर हिंदी ही राज काज की भाषा होगी। यह तय होते ही दक्षिण भारत में हिंदी के खिलाफ शांत पड़े प्रदर्शन फिर शुरू हो गए। दक्कन और मद्रास में बड़ी संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए. इसके साथ ही भाषाई आधार पर राज्यों के गठन की मांग भी खड़ी गई।

दक्कन में नए राज्य के गठन की मांग को लेकर 53 दिनों तक आमरण अनशन पर बैठे पोट्टी श्रीमालू की मौत हो गई। श्रीमालू तेलुगू भाषियों के लिए तेलंगाना राज्य की मांग कर रहे थे।इससे इलाके में भारी तनाव फैल गया। वहां छात्रों का प्रदर्शन उग्र हो गया। एक नवंबर 1953 को आंध्र प्रदेश को मद्रास से काटकर परिसीमित कर दिया गया। लेकिन इसके बावजूद हिंदी के खिलाफ दक्षिण भारत के नेताओं का विरोध जारी रहा।

1965 में संविधान के मुताबिक 15 साल पूरे होने के बावजूद हिंदी को राष्ट्र भाषा का दर्जा नहीं मिला। तब से अब तक भारत कई बार भाषा की बहस में उलझा दिखता है।