पश्चिमी दिल्ली से आम आदमी पार्टी (AAP) उम्मीदवार बलबीर सिंह जाखड़ के बेटे उदय जाखड़ ने सनसनीखेज आरोप लगाया है. उदय ने दावा किया कि उनके पिता ने AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव टिकट के बदले 6 करोड़ रुपये दिए. उदय ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को पढ़ाई के लिए रुपये नहीं दिए, मगर टिकट के लिए करोड़ों दे दिए.
उदय ने यह दावा ऐसे वक्त में किया है जब दिल्ली में मतदान को 24 घंटे से भी कम समय बचा है. उदय के इस दावे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से AAP की शिकायत की है.
उदय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, “मेरे पिता ने पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से टिकट हासिल करने के लिए 6 करोड़ रुपये अरविंद केजरीवाल को दिए.
कुछ समय पहले जब मैंने उन्हें (बलबीर) कहा था कि मुझे पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत है, तो उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने सोचा कि वो पैसा इलेक्शन में लगा पाएंगे.” उदय ने यह भी कहा कि वह किसी राजनैतिक पार्टी की तरफ से यह दावा नहीं कर रहे हैं. उदय ने कहा कि ‘मेरे पास पक्के सबूत हैं कि उन्होंने इस टिकट के लिए पैसे दिए हैं.’
‘सज्जन कुमार ने की थी मोटी रकम की पेशकश’
उदय ने बताया कि उसके पिता ने महीनों पहले उसे बताया था कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए 6 करोड़ रुपये दिए हैं. उदय ने यह भी दावा किया कि उसके पिता ने पूर्व कांग्रेस नेता और 1984 सिख विरोधी दंगों के आरोपी सज्जन कुमार को जमानत दिलवाने की भी कोशिश की थी. सज्जन कुमार इसके लिए मोटी रकम चुकाने को भी तैयार थे. मीडिया के सामने उदय ने कहा, “उन्होंने मेरे से ये भी बात कही थी कि वो सज्जन कुमार और यशपाल के लिए कोर्ट में जाने को तैयार हैं.”
बलबीर जाखड़ की पहली पत्नी का बेटा है उदय
बलबीर जाखड़ ने पूरे मामले पर कहा है कि उनका अपने बेटे से पिछले 5-6 वर्षों से संपर्क नहीं है. उन्होंने कहा कि उदय उनकी पहली पत्नी का बेटा है. जाखड़ ने कहा कि ‘उदय जो आरोप लगा रहा है, वह राजनीति से प्रेरित है.’ पार्टी की ओर से उदय के दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.
12 मई को दिल्ली की सभी सातों सीटों पर मतदान होना है. पश्चिमी दिल्ली में जाखड़ का मुकाबला BJP के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस के महाबल मिश्रा से होना है. जाखड़ पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. जाखड़ के खिलाफ 30 अप्रैल को धर्मस्थल के भीतर बैठक करने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी. मोती नगर इलाके में जाखड़ के लिए प्रचार करते समय ही 4 मई को केजरीवाल पर हमला हुआ था.