तीखी रिपोर्टिंग से घबराई केंद्र और खट्टर सरकार, मोदी के मंत्री को करना पड़ा न्यूज़ चैनल को फोन

25 अगस्त को जब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को कोर्ट ने बलात्कार का दोषी ठहराया तो पंचकूला में डेरा समर्थकों ने आतंक मचा दिया । हर तरफ़ आग, पथराव,और फायरिंग हो रही थी तब बिना डरे एबीपी न्यूज़ चैनल के पंजाब एवं हरियाणा ब्यूरो प्रमुख जगविंदर पटियाल ने शानदार रिपोर्टिंग की । जगविंदर पटियाल के तेवर इतने तीखे थे कि रिपोर्टिंग की हरियाणा के मुख्यमंत्री क्या केंद्र सरकार तक सकते में आ गई ।

पटियाल के तेवर इतने तीखे थे कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को एबीपी के सम्पादकीय प्रमुख को फ़ोन लगाकर स्पॉट रिपोर्टिंग को “डाइल्यूट करने का आग्रह करना पड़ गया। सड़क पर हो रही हिंसा की लाइव तस्वीरें कहीं जनता में भय ना पैदा कर दें इसलिए न्यूज़ चैनलों ने ईरानी के बात मानते हुए शाम छह बजे के बाद मौके से रिपोर्टिंग को धीरे धीरे कम दिखाना शुरू किया। लेकिन अगले दिन, पटियाल फिर सारे तेवर के साथ स्क्रीन पर दिखे और उन्होंने लचर व्यवस्था की फिर बेधड़क पोल खोलनी शुरू की ।

सोमवार को जब बलात्कारी बाबा को सज़ा सुनाई जानी थी तब भी पटियाल के तवर बरकरार थे । उन्होंने खुलासा किया कि बाबा की जीप से मशीनगन बरामद हुई है. सिरसा के डेरा में माउज़र पिस्तौल से लेकर एके राइफल जैसे हथियारों का अंबार लगा है.

पटियाल की एक्टिविस्ट रिपोर्टिंग की जमकर तारीफ़ हो रही है । हालांकि राम रहीम पर जिस तरह से बाकी पत्रकारों ने रिपोर्टिंग की वो भी काबिले तारीफ़ थी लेकिन पटियाल ने साबित किया कि पत्रकारिता कैसे की जाती है ।

जिस वक़्त पटियाल ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे थे उस वक़्त आज तक ने इतनी बड़ी न्यूज़ कवरेज के दिन सास बहु शो के स्लॉट को ड्राप नहीं किया और काफी देर तक खबर की जगह मनोरंजन को तरजीह दी.तीन बजे के बाद आजतक ने खबर दिखानी शुरू की.

जगविंदर पटियाल की धुआंधार ,बेख़ौफ़ और खोजी ब्रेकिंग न्यूज़ के आगे कोई टिक नहीं पा रहा था. यहां तक कि बलात्कारी बाबा को दस साल कैद की सजा सबसे पहले जगविंदर पटियाल ने ही ब्रेक की ।