फ़र्ज़ी ACB अधिकारी बनकर सरकारी अफसरों को लूट रहा था बीजेपी नेता का पोता, गिरफ़्तार

नई दिल्ली: राजस्थान की एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक बड़े इंटरनेशनल स्पूफ कॉल गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह सॉफ्टवेयर के जरिए सरकारी अधिकारियों के मोबाइल और टेलीफोन नंबर लेकर उनके नाम से चौथ वसूली कर रहा था।

इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर के पोते साहिल राजपाल का नाम भी सामने आ रहा है। जिसके चलते साहिल को गिरफ्तार किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, साहिल पर आरोप है कि वह ACB का फर्जी अफसर बनकर इंजीनियर्स और ठेकेदारों को स्पूफिंग के जरिये अन्तर्राष्ट्रीय कॉल कर चौथ वसूली से ठगी करता था।

चौकाने वाली बात ये है कि यह गिरोह एसीबी के अधिकारियों के नाम को ही अपनी चौथ वसूली का जरिया बना रहे थे।  साहिल इस अंतरराष्‍ट्रीय गिरोह का मास्‍टरमाइंड था, जोकि बड़ी-बड़ी कंपनियों से चौथ वसूली का गोरखधंधा चला रहा था।

इस मामले की जानकारी देते हुए एडीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि करीब 6 महीने पहले आरोपी साहिल ने पीएचडी विभाग के इंजीनियर्स को स्पूफिंग इंटरनेट कॉलिंग के जरिए फोन किया था।

साहिल ने इंजीनियर को विभाग में भ्रष्टाचार ​करने पर कार्रवाई करने की धमकियां देते हुए करीब डेढ़ लाख रुपए भी वसूल किए थे। इस मामले में फरवरी महीने में एक इंजीनियर ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी।

एसीबी ने दिल्ली में सीबीआई से संपर्क कर शिकायत के दस्तावेज जुटाए और 6 महीने की गहन तकनीकी करते हुए 9 देशों से संपर्क किया।
राजपाल के गिरोह में शामिल दूसरे सदस्यों के बारे में ACB पता लगा रही है।