विजय माल्या के बाद अब केंद्र सरकार की नज़र दूसरे बड़े डिफॉल्टर पर टेढ़ी हुई है, केंद्र सरकार ने देश के दूसरे सबसे बड़े डिफॉल्टर जतिन मेहता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, 2013-14 में भारत छोड़ने वाले मेहता करीब 7,000 करोड़ रुपए लेकर फरार हैं । साल 2012 से देश की जांच एजेंसियों को उनकी कोई खबर नहीं है। Winsome Diamonds and Jewellery Ltd के चीफ प्रमोटर जतिन मेहता, देश के बड़े कारोबारी घराने अडानी परिवार के रिश्तेदार हैं ।
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जतिन मेहता और उनकी पत्नी सोनिया मेहता ने 2013-14 में भारतीय नागरिकता छोड़ी है । दोनों ने भारतीय नागरिकता छोड़कर कैरेबियाई देश सेंट किट्स एंड नेविस की नागरिकता ग्रहण कर ली थी । मेहता द्वारा की गई धोखाधड़ी की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है। ईडी ने पिछले साल प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत Winsome Diamonds और इसकी सहयोगी कंपनियों की करीब 172 करोड़ की प्रॉपटी सीज की थीं।
जांच के बावजूद, बैंक Winsome Diamonds से वसूली करने में ज्यादा कामयाब नहीं हो पाए, क्योंकि भारत की सेंट किट्स एंड नेविस के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है। सेंट किट्स एंड नेविस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, देश विदेशी निवेशकर्ताओं को बड़े निवेश (चाहे वह दान के तौर पर किया गया हो या रियल एस्टेट खरीदारी के जरिए) के बदले नागरिकता प्रदान करता है।